अयोध्या में राम मंदिर की सुरक्षा बेहद चौक-चौबंद रहने वाली है। इसे लेकर राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष ने बैठक की जिसमें सुरक्षा उपकरण लगाने को लेकर चर्चा की गई।
दिसंबर के अंत तक राम जन्मभूमि परिसर को आधुनिक सुरक्षा उपकरणों से लैस कर दिया जाएगा। बूम बैरियर, सीसीटीवी, टर्न स्टाइल, बैगेज स्कैनर आदि उपकरण लगाने का काम अगले सप्ताह तक शुरू हो जाएगा। यह जानकारी राममंदिर के ट्रस्टी डॉ़ अनिल मिश्र ने दी।
उन्होंने बताया कि राममंदिर निर्माण समिति की दो दिवसीय बैठक मंगलवार को शुरू हुई। पहले दिन समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने मंदिर निर्माण के लिए चल रहे कार्यों का निरीक्षण किया। उसके बाद कार्यदायी संस्था के इजीनियरों के साथ निर्माण कार्यों की समीक्षा की।
उन्होंने दो चरणों में सात घंटे तक समीक्षा बैठक की। प्राण प्रतिष्ठा समारोह में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी मंथन किया। इंजीनियरों ने बताया कि राममंदिर का 80 फीसदी काम पूरा हो चुका है, मंदिर के चार मंडप 22 जनवरी तक बन जाएंगे। नृपेंद्र मिश्र ने जिला व पुलिस प्रशासन के अधिकारियों के साथ बैठक कर प्राणप्रतिष्ठा समारोह की सुरक्षा व्यवस्था पर मंथन किया।
राममंदिर के 70 स्तंभों पर मूर्तिकारी का काम फिर से तेज कर दिया गया है। त्यौहारों के चलते इसकी गति कुछ धीमी हुई थी। स्तंभों के ऊपरी हिस्से में मूर्तिकारी का काम पूरा हो चुका है, अब केवल निचले हिस्से में मूर्तिकारी शेष है। परकोटे का काम भी 70 फीसदी पूरा हो चुका है। बैठक में मंडलायुक्त गौरव दयाल, डीएम नितीश कुमार, आईजी प्रवीण कुमार समेत अन्य मौजूद रहे।
सिंहासन के लिए इंजीनियरों ने की नाप-जोख
रामलला के सिंहासन के निर्माण के लिए मंगलवार को इंजीनियरों ने नाप जोख की है। डॉ़ अनिल ने बताया कि सिंहासन पहले संगमरमर का ही बनेगा। बाद में सोने या चांदी की परत चढ़ाने पर विचार होगा। इंजीनियरों को ड्राइंग बनाने के लिए कहा गया है। 15 दिन के भीतर ड्राइंग बन जाएगी।
8 जनवरी को होगा प्रकाश व्यवस्था का परीक्षण
आठ जनवरी को रामनगरी की प्रकाश व्यवस्था का परीक्षण किया जाएगा। मंदिर में अंडरग्राउंड वायरिंग का काम पूरा हो चुका है। गर्भगृह, फर्श, परिक्रमा पथ जहां-जहां काम पूरा हो चुका है, वहां बिजली के यंत्र लगा दिए जाएंगे। राममंदिर में बिजली के सब स्टेशन का काम इसी महीने पूरा हो जाएगा।
एक जनवरी से शुरू होगा सुविधा केंद्र का ट्रायल
तीर्थयात्री सुविधा केंद्र का काम भी तेजी से चल रहा है। मंदिर का भूतल बनकर तैयार है, प्रथम तल का काम भी अगले 15 दिनों के भीतर बन जाएगा। केंद्र में करीब 300 लॉकर बनाए जा रहे हैं, इनकी फिटिंग का काम जल्द पूरा हो जाएगा। एक जनवरी से इसका ट्रायल शुरू कर दिया जाएगा।