प्रयागराज- संगम नगरी प्रयागराज में 2025 के महाकुंभ के ट्रायल के आयोजित होने जा रहे माघ मेला 2024 की तैयारियां अब तेज हो गई हैं। माघ मेले के सकुशल संपन्न होने के लिए गुरुवार को मंडलायुक्त विजय विश्वास गंगा पूजन करेंगे. 7 दिसम्बर को होने जा रहे गंगा पूजन के कार्यक्रम को प्रयागराज में त्रिवेणी के संगम तट पर परम्परागत तरीके से किया जायेगा. कार्यक्रम में मंडलायुक्त के साथ अन्य अधिकारी भी मौजूद रहेंगे. गौरतलब है कि 14 जनवरी 2024 से माघ मेले की शुरुआत होनी है जिसका समापन करीब 3 महीने बाद 8 मार्च को महाशिवरात्रि पर होगा|
2024 से पहले सनातनियों को खुश रखने में भाजपा नहीं रखना चाहती है कोई कोर- कसर
भाजपा चुनावी समर में विजय श्री हासिल करने के लिए जीतोड़ कोशिश कर रही है। संगठन ने पूरी ताकत झोंक रखी है तो दूसरी तरफ माघ मेले में देश-दुनिया से आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं देने का योगी आदित्यनाथ सरकार ने संकल्प ले रखा है। इसका सरकार को कितना फायदा होगा यह देखने वाली बात होगी पर सरकार ने युद्ध स्तर पर माघ मेले की तैयारी कुंभ के तौर पर शुरू कर दी है। 21 दिसंबर से जमीनों का आवंटन शुरू कर दिया जाएगा। प्रयागराज मेला प्राधिकरण के सभागार में मंगलवार को मेला सलाहकार समिति की हुई महत्वपूर्ण बैठक में 21 दिसंबर से जमीन आवंटन करने पर सहमति बनी। भूमि आवंटन 3 जनवरी तक चलेगा। पहले दंडी स्वामी नगर बसाने के लिए जमीन दी जाएगी। इसके बाद खाक चौक, आचार्यबाड़ा को जमीन आवंटित होगी। डीएम प्रयागराज नवनीत सिंह चहल के मुताबिक इस बार श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पांच के बजाय 6 पांटून ब्रिज बनाए जाएंगे. इस बार का माघ मेला भी 5 सेक्टर में बसाया जाएगा|
मेले में रहेगी कड़ी सुरक्षा व्यवस्था
एडीजी जोन भानु भास्कर के अनुसार माघ मेले में इस बार पिछली बार की तुलना में एक थाना और दो चौकियों रहेंगी. इसके अलावा विशेष रुप से प्रशिक्षित पुलिस कर्मियों को माघ मेले की ड्यूटी में तैनात किया जाएगा ताकि माघ मेले में आने वाली चुनौतियों से पुलिसकर्मी आसानी से निपट सकें. महिलाओं और बच्चों के लिए भी विशेष सतर्कता बढ़ाते हुए महिला पुलिसकर्मियों की तैनाती की जाएगी. माघ मेले के हर सेक्टर में ड्रोन कैमरे से भी नजर रखी जाएगी. और सुरक्षा व्यवस्था में कोई कोताही न हो इसलिए सुरक्षा को लेकर डिजिटल तकनीक का भी सहारा लिया जाएगा. माघ मेले में बनने वाले स्नान घाटों पर पुलिस, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की भी संख्या बढ़ाई जाएगी. संगम में जल बोट की भी संख्या बढ़ाई जाएगी. इसके अलावा आतंकी इनपुट को देखते हुए सीआरपीएफ के अलावा एटीएस और एसटीएफ जैसी एजेंसियां भी मुस्तैद रहेंगी. एडीजी जोन के मुताबिक इस बार के माघ मेले में करीब 15 करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है. उसी के मद्देनजर तैयारियां की जा रही हैं|