हमारे शरीर में मौजूद सभी अंग हमारे लिए काफी अहम होते हैं। ब्रेन इन्हीं अंगों में से एक है जो हमारे पूरे शरीर को फंक्शन करने में मदद करता है। हालांकि बदलती जीनवशैली कई तरीके से हमारे ब्रेन को प्रभावित करती है। ऐसे में जरूरी है कि सेहतमंद रहने के लिए अपने मस्तिष्क का खास ख्याल रखा जाए। आप इन तरीकों से ब्रेन को हेल्दी बना सकते हैं।
हमारा दिमाग हमारे शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग है, जो हमारे शरीर से जुड़े सभी जरूरी कार्यों में अहम भूमिका निभाता है। खाने से लेकर सोने तक हमारे हर एक एक्शन के पीछे हमारा दिमाग होता है। हम जो भी खाते-पीते है, उसका हमारी सेहत और मस्तिष्क पर बहुत गहरा प्रभाव पड़ता है। ऐसे में अपने मस्तिष्क के अच्छे स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए हमें अपनी जीवनशैली का ध्यान रखना चाहिए।
खानपान के अलावा हम कई एक्सरसाइज की मदद से भी अपने दिमाग को हेल्दी बना सकते हैं। ऐसे कई माइंड गेम्स और एक्टिविटीज हैं, जो हमारे ब्रेन को हेल्दी बनाने में मदद करते हैं। ऐसे में आप अलग-अलग तरीकों से अपने ब्रेन की एक्सरसाइज कर उसे एक्टिव और हेल्दी बना सकते हैं। आज इस आर्टिकल में हम आपको कुछ ऐसी बातें बताने जा रहे हैं, जिसकी मदद से आप अपने ब्रेन को तंदरुस्त बना सकते हैं।
पजल्स और गेम्स
अपने दिमाग को हेल्दी और एक्टिव बनाने के लिए आप अलग-अलग तरीकों के पजल्स और गेम्स की मदद ले सकते हैं। नए गेम और पहेलियों के साथ मस्तिष्क को चुनौती देने से आपका ब्रेन ज्यादा एक्टिव रहेगा।
रेगुलर एक्सरसाइज
अपनी जीवनशैली में अच्छी आदतें अपनाकर भी आप अपने ब्रेन को हेल्दी बना सकते हैं। नियमित शारीरिक व्यायाम को अपनी रूटीन का हिस्सा बनाने से मस्तिष्क को फिट और स्वस्थ रखने में मदद मिलती है। यह हमारे नर्वस सिस्टम को आराम देने में भी मदद करता है।
हेल्दी डाइट
प्रोटीन, सेचुरेटेड फैट, फलों और सब्जियों से भरपूर पोषक तत्व युक्त आहार आपकी शारीरिक सेहत ही नहीं, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी जरूरी है। यह हेल्दी डाइट आपके शरीर और ब्रेन को आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करने में मदद करता है।
पर्याप्त नींद
दिल, दिमाग और सेहत को हेल्दी रखने के लिए और मस्तिष्क को रिचार्ज करने और ठीक से काम करने के लिए कम से कम सात घंटे की गहरी नींद जरूरी है। इसलिए कोशिश करें कि पर्याप्त नींद लें।
लोगों से मिलेजुले
अपने ब्रेन को हेल्दी बनाने के लिए जरूरी है कि आप तनाव और डिप्रेशन को मैनेज करें। इसके लिए अपने आस-पास के लोगों के साथ बातचीत और मेलजोल बढ़ाएं। ऐसा करने से ब्रेन फंक्शन को गति देने में मदद मिलती है और अवसाद का खतरा भी कम हो जाता है।