लखनऊ: राजधानी लखनऊ के काकोरी दुबग्गा इलाके में बनी हाजी कालोनी में छुप संदिग्ध आईएसआईएस आंतकी को एटीएस कमांडो ने करीब 12 घंटे तक चली मुठभेड़ के बाद मार गिराया। एडीजी लॉ एंड ऑर्डर दलजीत चौधरी ने इस बात की पुष्टि की है। चर्चा ऐसी है कि मौके पर एनआईए की टीम भी मौके पर पहुंच रही है।
एटीएस के आइजी असीम अरुण ने बताया कि घर में छिपे आतंकी को मार दिया गया है। बताया जा रहा है कि मारा गया आतंकी मध्यप्रदेश में मंगलवार को भोपाल-उज्जैन पैसेंजर ट्रेन में हुए विस्फोट मामले का आरोपी सैफउल्लाह है।मंगलवार की दोपहर यूपी एटीएफ को इस बात का इनपुट मिला था कि काकोरी दुबग्गा स्थित हाजी कालोनी में कुछ आतंकियों के छूपे हैं। इसके बाद शाम करीब तीन बजे एटीएस ने घर की घेराबंदी कर दी और आतंकियों को पकडऩे का ऑपरेशन शुरू किया। रात ढाई बजे के करीब एटीएस के कमांडो दिवार तोड़कर घर में घुस गये और वहां छिपे आतंकी को मार गिराया। इससे पहले वहां दो आतंकियों के होने की आशंका जताई जा रही थी। उधर गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने डीजीपी से घटना के बारे में जानकारी ली और डीजीपी को पूरी मदद देने का भरोसा भी दिलाया।
एटीएस को सूचना मिली थी कि मलिहाबाद निवासी बादशाह खान के मकान में कुछ आतंकी छिपे हैं। एटीएस के 20 कमांडो ने आसपड़ोस के मकानों पर घेराबंदी कर ली और आतंकी से समर्पण को कहा तो आतंकियों ने अंदर से फायरिंग शुरू कर दी। वह सरेंडर करने के लिए राजी नहीं था। आंतकी को कमरे से बाहर निकालने के लिए कमांडो ने पहले आंसू गैस का इस्तेमाल किया। इसके बावजूद आतंकी सरेंडर को तैयार नहीं हुए। थोड़ी देर बाद आतंकियों को काबू करने के लिए मिर्ची बम का भी इस्तेमाल किया लेकिन यह भी कारगर नहीं रहा। ऑपरेशन लंबा खिंचने और रात का अंधेरा होने के चलते एटीएस कमांडो के लिए नाइट विजन कैमरे भी मंगाए गए। इस दौरान लगातार फायरिंग चलती रही। आतंकियों को अपने टारगेट पर लेने के लिए एटीएस गैस कटर मंगाकर छत काटने के प्रयास में भी जुटी। इसके बाद छत काटकर एटीएफ के कमाण्डों अंदर घुसे और आंतकी का मार गिराया गया। बताया यह भी जाता है कि हाजी कालोनी के इस घर में तीन युवक कुछ माह से किराये पर रह रहे थे। बाकी युवक कौन हैं और उनका क्या कनेक्शन है इस बारे में एटीएस की टीम छानबीन कर रही है। बुधवार की सुबह आपरेशन खत्म होने के बाद डीजीपी जावीद अहमद खुद मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का जायजा लिया। घर से एटीएस को 8 पिस्टल, पासपोर्ट, नकदी, बम बनाने का सामान, मोबाइल फोन, आईएसआईएस का झण्डा, भारतीय रेलवे का मैप सहित अन्य दस्तावेज मिले।
मारे गये सैफउल्ला का तार आईएसआईएस के खुरासान मॉड्यूल से था
आईआईएस का खुरासान मॉड्यूल इस्लामिक स्टेट के पूरब जोन में सक्रिय है। खुरासान सीरिया की एक जगह है। ईरान, अफगानिस्तान और भारत में भी इस मॉड्यूल के तार जुड़े हैं। बताया जाता है कि मारा गया आंतकी सैफउल्ला इसी मॉड्यूल के लिए काम करता था।
पहली बार लखनऊ मेंं आतंकी से हुई मुठभेड़
राजधानी में संदिग्ध आतंकियों को तो कई बार पकड़ा जा चुका है, पर आज तक कभी आंतकी से पुलिस की मुठभेड़ इस शहर में नहीं हुई थी। यह पहली बार है जब राजधानी में पुलिस और आंतकी के बीच मुठभेड़ हुई है।