नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) को लेकर सियासी गलियारों में अड़चने आने लगी है. ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के राष्ट्रीय अध्यक्ष (AIMIM) असदुद्दीन ओवैसी ने नागरिकता संशोधन अधिनियम को लेकर बड़ा बयान दिया है. ओवैसी का कहना है कि नागरिकता संशोधन अधिनियम ‘सीएए’ संविधान विरोधी है और यह एक कानून है जो धर्म के आधार पर बनाया गया है. ओवैसी का मानना है कि यह कानून का उलघंन करता है.
बता दें कि जहां एक तरफ नागरिकता संशोधन अधिनियम को लेकर कुछ समय पहले देशभर में हंगामा हो रहा था. वहीं एक बार फिर इस कानून को लेकर आगामी लोकसभा चुनाव से पहले तूल पकड़ लिया है. कुछ समय पहले देशभर में सीएए के खिलाफ लंबे समय तक लोग हर जगह धरना प्रदर्शन कर प्रदर्शन किए थे. तो अब जानकारी के मुताबिक यह दावा किया जा रहा है कि केंद्र सरकार नागरिकता संशोधन अधिनियम कानून को लागू करने की योजना बना रही है.
ऐसे में एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने मीडिया से बातचीत के दौरान बयान दिया है कि, “सीएए संविधान विरोधी है. यह एक कानून है जो धर्म के आधार पर बनाया गया है. सीएए को एनपीआर-एनआरसी के साथ पढ़ा और समझा जाना चाहिए जो इसे साबित करने की शर्तें रखेगा. ” इस देश में आपकी नागरिकता. यदि ऐसा होता है तो यह घोर अन्याय होगा. विशेषकर मुसलमानों, दलितों और भारत के गरीबों के साथ, चाहे वे किसी भी जाति या धर्म के हों…”.
TOS News Latest Hindi Breaking News and Features