केंद्रीय गृह मंत्रालय ने दिल्ली के सरकार अस्पतालों में घटिया दवाओं की कथित आपूर्ति की सीबीआई जांच का आदेश दिया है। साथ ही ये भी जांच की जाएगी कि क्या ये दवाएं मोहल्ला क्लीनिकों के माध्यम से भी वितरित की गईं थी। पिछले साल दिसंबर में इस मामले पर दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना की सिफारिश के बाद सीबीआई जांच का आदेश दिया गया था।
उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने कहा कि कथित तौर पर दवाएं गुणवत्ता मानक परीक्षण में विफल रहीं। दिल्ली के अस्पतालों में जीवन को खतरे में डालने की संभावना थी। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने इस जांच का स्वागत किया और स्वास्थ विभाग के सचिव को जल्द निलंबित करने की मांग की।
सौरभ भारद्वाज ने कहा, ‘मैंने पिछले साल मार्च में पद संभाला था। इसके तुरंत बाद दवाओं का ऑडिट करने के दिशा-निर्देश दिए थे। लेकिन दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य सचिव ने इन दिशा-निर्देशों को पालन नहीं किया। इस मामले में मैं सीबीआई जांच का स्वागत करता हूं, लेकिन केंद्रीय अधिकारियों को क्यों बचाया जा रहा है। उन्हें तत्काल निलंबित किया जाना चाहिए।
दिल्ली सरकार के सतर्कता निदेशालय ने पत्र लिखकर गृह मंत्रालय से जांच की मांग की थी। पत्र में लिखा कि इसकी भी जांच की जानी चाहिए कि क्या वही दवाएं जो केंद्रीय खरीद एजेंसी (सीपीए) द्वारा खरीदी गई हैं, उन्हें ‘मोहल्ला क्लीनिक’ के माध्यम से मरीजों को वितरित किया जा रहा है या नहीं। पत्र में कहा गया है कि ‘मानक गुणवत्ता की नहीं’ दवाओं की आपूर्ति के लिए कोई भी कार्रवाई सीपीए तक सीमित नहीं होनी चाहिए और पूरी आपूर्ति श्रृंखला की जांच करने की आवश्यकता है।