24 फरवरी को यूक्रेन पर रूसी सैन्य कार्रवाई के दो वर्ष पूरे हुए। इन दो वर्षों में न रूस जीत पाया और न ही यूक्रेन ने हार मानी, जबकि दोनों को जान-माल का भारी नुकसान हुआ है। यह युद्ध भले ही रूस और यूक्रेन लड़ रहे हों लेकिन दुनिया के ज्यादातर देश (भारत को छोड़कर) आमने-सामने खड़े हैं। हमले की दूसरी वर्षगांठ पर यूक्रेनी सेना ने रूस के लिपेत्स्क शहर में स्थित बड़े इस्पात कारखाने पर ड्रोन हमला किया। इस हमले से कारखाने के बड़े हिस्से में आग लग गई। यह कारखाना रूस के कुल इस्पात उत्पादन के 18 प्रतिशत हिस्से की आपूर्ति करता है।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने एलान किया है कि उनकी सेना युद्ध में जीत होने तक लड़ाई जारी रखेगी। यूक्रेनी सूत्रों के अनुसार लिपेत्स्क के कारखाने में मिसाइलों, टैंक और ड्रोन निर्माण में इस्तेमाल होने वाला कच्चा माल बनता है। इसलिए यह परोक्ष रूप से रूसी सेना पर हमला है और ऐसा करना यूक्रेन का अधिकार है। जबकि कारखाना प्रशासन ने पूर्व में दिए बयान में स्पष्ट किया था कि सैन्य उपकरणों के उपयोग में आने वाले इस्पात का वह उत्पादन नहीं करता है।
कारखाने के जो वीडियो सामने आए हैं उनमें आग की लपटें निकलती दिखाई दे रही हैं और धुंआ आकाश में छाया हुआ है। ड्रोन हमले में किसी के मरने की सूचना नहीं है। कारखाने में उत्पादन कार्य फिलहाल रोक दिया गया है। आग लगने के कारण, बचाव उपाय और नुकसान का आकलन करने के लिए दल मौके पर पहुंच गए हैं। रूसी अधिकारियों ने बताया है कि यूक्रेन ने लिपेत्स्क, कुरस्क और तुला में बीती रात लगातार ड्रोन हमले करने की कोशिश की लेकिन ज्यादातर ड्रोन मार गिराए गए। जबकि यूक्रेन के ओडेसा शहर में रूसी सेना के ड्रोन हमले से एक भवन में आग लग गई और एक व्यक्ति के मारा गया।
कीव पहुंचे ईयू नेता, साथ खड़े रहने का आश्वासन
यूक्रेन युद्ध की दूसरी वर्षगांठ पर शनिवार को कीव में राष्ट्रपति जेलेंस्की ने यूरोपीय संघ (ईयू) के नेताओं की बैठक की मेजबानी की। यह बैठक तब आयोजित हुई जब रूस से मुकाबला कर रही यूक्रेनी सेना हथियारों और गोला-बारूद की कमी का सामना कर रही है। राष्ट्रपति जेलेंस्की ने इंटरनेट मीडिया पर बैठक का वीडियो पोस्ट किया है। इस बैठक में इटली की प्रधानमंत्री जार्जिया मेलोनी, बेल्जियम के प्रधानमंत्री एलेक्जेंडर डी क्रू, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो और यूरोपीय संघ की प्रमुख उर्सला वोन डेर लियेन शामिल दिखाई दे रही हैं। इन नेताओं ने यूक्रेन की हर तरह की मदद के लिए खड़े रहने का आश्वासन दिया।
रूसी राजदूत के आवास के बाहर गोबर फेंका
यूक्रेन युद्ध की दूसरी वर्षगांठ पर शनिवार को पोलैंड की राजधानी वारसा स्थित रूसी राजदूत के आवास के बाहर विरोध स्वरूप भारी मात्रा में गोबर फेंका गया। वारसा में ही रहने वाले कुछ अन्य रूसी राजनयिकों के आवासों के बाहर रूसी हमले के विरोधियों ने तेज आवाज में सायरन बजाए और पटाखे फोड़े।
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