दिल्ली सरकार ने सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा देने के लिए बजट में विशेष प्रावधान किया है। इलेक्ट्रिक बसों का बेड़ा बढ़ाने और मेट्रो फेज- 4 के निर्माणाधीन तीन कॉरिडोर के लिए एक हजार करोड़ रुपये से अधिक प्रस्तावित किया गया है। साथ ही सड़क और अन्य आधारभूत ढांचा के लिए 1768 करोड़ रुपये और सार्वजनिक परिवहन तकनीक को बेहतर बनाने के लिए 5702 करोड़ रुपये प्रस्तावित किया है।
500 करोड़ रुपये मेट्रो के लिए
वित्त मंत्री ने कहा कि मार्च 2015 तक दिल्ली मेट्रो का कुल रेल नेटवर्क 193 किलोमीटर और स्टेशनों की संख्या 143 थी। अब बीते नौ वर्ष में मेट्रो का कुल नेटवर्क की लंबाई दोगुनी होकर 393 किलोमीटर हो गई है और स्टेशनों की संख्या 288 हो गई है। वर्ष 2014 तक मेट्रो में रोजाना 24 लाख लोग यात्रा करते थे। वर्तमान में यह आंकड़ा 60 लाख हो गया है। मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के प्रयास से दिल्ली मेट्रो के फेज-4 का रास्ता साफ हो चुका है। इसके तहत जनकपुरी वेस्ट से रामकृष्ण आश्रम कॉरिडोर, दिल्ली एयरोसिटी से तुगलकाबाद स्टेशन कॉरिडोर, मजलिस पार्क से मौजपुर कॉरिडोर के कुल तीन कॉरिडोर के निर्माण के लिए एमओयू को मंजूरी दी गई है। 65.2 किलोमीटर के इन तीनों मेट्रो कॉरिडोर पर 45 स्टेशन बनाए जाएंगे। इस बार के वित्तीय वर्ष में दिल्ली मेट्रो के लिए 500 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।
फ्लाईओवर और अंडरपास दिलाएंगे जाम से राहत
बीते 10 वर्ष में दिल्ली में फ्लाईओवरों का एक विशाल नेटवर्क तैयार हुआ है। विगत नौ वर्ष में दिल्ली सरकार ने 30 नए फ्लाईओवर, एलिवेटेड कॉरिडोर और अंडरपास का निर्माण किया है। वित्त मंत्री आतिशी ने बजट पेश करने के दौरान कहा कि दुनिया के किसी भी राज्य में सड़कों की गुणवत्ता से इकॉनमी की रफ्तार तय होती है। वर्तमान में दिल्ली में कई फ्लाईओवर और एलिवेटेड कॉरिडोर पर काम तेजी से चल रहा है। जो वर्ष 2024-25 में दिल्ली वालों को समर्पित किए जाएंगे। पंजाबी बाग फ्लाईओवर और राजा गार्डन फ्लाईओवर के बीच इंटीग्रेटेड कॉरिडोर का काम तेजी से चल रहा है। वित्तीय वर्ष 2024-25 के अंत तक दिल्ली में छह नए फ्लाईओवर दिल्ली वालों को समर्पित किए जाएंगे। सड़क और फ्लाईओवर परियोजनाओं के लिए वर्ष 2024-25 के बजट में 1768 करोड़ रुपये प्रस्तावित किया गया है।