1201 करोड़ बकाया, लाइन हानियां बढ़ने की वजह से ऊर्जा निगम राष्ट्रीय स्तर पर रेटिंग में पिछड़ गया है। यूपीसीएल की रेटिंग पहली बार 12वें स्थान से खिसककर 30वें पर पहुंच गई है। वहीं, निगम को पहली बार बी-माइनस ग्रेड मिला है।
यूपीसीएल के एमडी अनिल कुमार का कहना है कि यह पैसा मिलते ही निश्चित तौर पर अगले साल रेटिंग सुधर जाएगी। केंद्रीय विद्युत और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने हाल में डिस्कॉम की इंटिग्रेटेड रेटिंग जारी की थी। उत्तराखंड का ऊर्जा निगम इस बार इसमें पिछड़ गया है। पिछले साल देश की 51 ऊर्जा वितरण कंपनियों में यूपीसीएल को ए-ग्रेड के साथ 12वां स्थान मिला था।
इस बार जारी रेटिंग में यूपीसीएल बी-माइनस ग्रेड के साथ देश की 53 विद्युत वितरण कंपनियों में 30वें पायदान पर पहुंच गया है। इस गिरावट के पीछे दो मुख्य वजह रिपोर्ट में सामने आई हैं। एक तो लाइन हानियां पिछले साल के 14.1 प्रतिशत से बढ़कर वित्तीय वर्ष 2023 में 15.3 प्रतिशत पर पहुंच गई हैं। दूसरा, एसीएस-एआरआर गैप पिछले साल के -0.49 से बढ़कर 0.74 प्रतिशत चला गया है।