मार्च 17…कल का मेरा प्रश्न तो आप सबको याद ही होगा,चलिए फिर से बता देती हूँ … मैंने श्रीगुरुजी से कहा, मैं आपसे यह जानना चाहती हूँ कि माँ ने यक़ीनन पिछले जन्म में कुछ ऐसा किया होगा जो इस जन्म में वह यह कष्ट पा रही है पर बेटी का क्या कुसूर है जो उसका रिश्ता इस वजह से नहीं हो पा रहा?

श्रीगुरुजी बोले, समझाने की दृष्टि से यह example ले रहा हूँ– भगवान के यहाँ जो punishment department होता है, वह एक जैसी सजा भुगतने वाले लोगों को next birth में एक ही family में डाल देता है…तो जो हमारे नाते – रिश्तेदार होते हैं, वे या तो एक सा प्रारब्ध भुगतने के लिये साथ होते हैं या हमारा उनसे ऋण बंधन होता है जिसको चुकाने के लिये हम इस जन्म में मिलते हैं।
इनकी बात सुनकर मैं बोली , आपकी बात मैं समझ गयी कि माँ को सजा भुगतनी थी और बेटी को भी उस पीड़ा से गुज़रना था जहाँ उसका कोई दोष इस जन्म में visible भी न हो और तब भी उसे दुःख मिल रहा हो …. जैसा अक्सर हमारे आस -पास होता है कि किसी नेक इंसान को भी कष्ट उठाने पड़ते हैं और कष्ट का कारण नहीं समझ आता….पर इसी बात से एक और प्रश्न मेरे मन में आ रहा है,….यह लड़की जीवन के 25 साल तक सुख से रही ,फिर उसकी माँ के बालों के झड़ जाने से ,अब वह कष्ट में आ गयी…तो इस जन्म में सज़ा कब मिलेगी, यह time कैसे fix होता है ?
ये बोले, हो सकता है उस लड़की ने पिछले जन्म में जीवन के प्रारंभिक वर्षों में बहुत अच्छे कर्म किये हों जिसके परिणामस्वरूप उसे इस जन्म में मानव योनि मिली और शुरू का सुखी जीवन भी….और जिस age में उसने पिछले जन्म में बुरे कर्म किये होंगे, लगभग उसी अवस्था में इस जन्म में वह सजा पा रही हो …इसीलिए हम देखते हैं कि किसी का भाग्योदय जन्म से ही होता है, किसी का late….!
उत्तर से तो मैं संतुष्ट हो गयी पर एक प्रश्न और कौंधा और मैंने पूछ ही लिया , गलतियां तो हम सब करते ही हैं…और जानते भी नहीं कि पूर्व जन्म में क्या गलती की थी ….फिर इस जन्म में क्या कोई प्रायश्चित हो सकता है जो कष्टों से मुक्ति दिलाये….? जो उत्तर पाया वह कल बताऊंगी….
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