लाओस और अन्य दक्षिण पूर्व एशियाई देशों से संबंधित मानव तस्करी और साइबर धोखाधड़ी मामले में अपनी कार्रवाई जारी रखते हुए राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने दिल्ली से चार प्रमुख आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों की पहचान दिल्ली के मंजूर आलम उर्फ गुड्डू, साहिल, बहादुरगढ़ (हरियाणा) के आशीष उर्फ अखिल और सीवान (बिहार) के पवन यादव उर्फ अफरोज उर्फ अफजल के रूप में हुई है। वे आकर्षक नौकरियों की पेशकश के बहाने भारतीय युवाओं को लुभाने और विदेशी देशों में तस्करी करने वाले संगठित तस्करी सिंडिकेट का हिस्सा हैं।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने अपने बयान में कहा कि लाओस के विभिन्न हिस्सों में विदेशी नागरिक ऑपरेटरों के माध्यम से बड़े नेटवर्क संचालित करते हैं। तस्करी किए गए युवाओं को लाओस, गोल्डन ट्रायंगल एसईजेड और दक्षिण पूर्व एशियाई क्षेत्र के अन्य स्थानों पर फर्जी कॉल सेंटरों में काम करने के लिए मजबूर किया जाता था। इन कॉल सेंटरों के माध्यम से युवाओं को निवेश घोटाले, संबंध घोटाले और क्रिप्टोकरेंसी घोटाले जैसी अवैध ऑनलाइन गतिविधियों को अंजाम देने के लिए मजबूर किया गया।