Safe transaction के लिए हममे से ज्यादातर लोग कैश की बजाय चेक का यूज करना बेहतर समझते हैं। लेकिन इसे सबसे ज्यादा सेफ बनाते हैं नीचे लिखे गए 23 नंबर।
चेक पर ये 23 नंबर अलग-अलग चार हिस्सों में लिखे होते हैं। पहले हिस्से में जहां 6 नंबर लिखे होते हैं, वहीं दूसरे हिस्से में 9 नंबर लिखे होते हैं। इसी के साथ ही तीसरे हिस्सें में 6 तथा चौथे और आखिरी हिस्से में 2 नंबर लिखे होते हैं। चेक पर 6 डिजिट का लिखा गया पहला हिस्सा चेक नंबर के बारे में बताता है। यह चेक नंबर रिकॉर्ड के काम आता है।
इसका मतलब Magnetic Ink Corrector Recognition होता है। इस दूसरे हिस्से में आग के कुल नौ डिजिट्स शामिल होते हैं। यह नंबर बताता है कि आपका चेक किस बैंक से जारी हुआ है। इसे चेक रीडिंग मशीन पढ़ती है। यह तीन हिस्सों में बंटा होता है।