राजनीतिक पंडितों का कहना है कि शहीद रामफल मंडल के सम्मान समारोह के जरिए भाजपा 2025 में होने वाले विधानसभा चुनाव में पिछड़ी जाति के वोट को साधने की कोशिश कर रही है।
भारतीय जनता पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुट गई है। पार्टी की नजर ओबीसी वोट बैंक है। आज पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में शहीद रामफल मंडल की याद में शहादत सम्मेलन का आयोजन किया गया है। इसमें केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत बिहार भाजपा के कई दिग्गज नेता शामिल होने जा रहे हैं। राजनीतिक पंडितों का कहना है कि शहीद रामफल मंडल के सम्मान समारोह के जरिए भाजपा 2025 में होने वाले विधानसभा चुनाव में पिछड़ी जाति के वोट को साधने की कोशिश कर रही है।
समारोह स्थल के मंच पर कुल 19 कुर्सी लगाए गए हैं। उन जगहों पर मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा के साथ साथ मंगल पांडे रवि शंकर प्रसाद दिलीप जायसवाल, बलराम मंडल, डॉ प्रेम कुमार केदार प्रसाद गुप्ता, सुरेन्द्र मेहता संजीव चौरसिया अरुण कुमार सिन्हा, जीवन कुमार, शंभू शरण पटेल, हरि साहनी, ललन मंडल, सीता साहू, रेशमी चंद्रवंशी, आंचल सिन्हा शामिल होंगे।
श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में शहीद रामफल मंडल की याद में शहादत सम्मेलन में शामिल होने आए अखिल भारतीय धानुक उत्थान महासंघ और भाजपा ओबीसी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष बलराम मंडल ने यह मांगे रखी है।
प्रमुख मांगें यह हैं…
अमर शहीद रामपाल मंडल की प्रतिमा सचिवालय द्वारा संवैधानिक लिस्ट जारी कर प्रत्येक जिला के मुख्यालय के पास लगाई जाए।
अमर शहीद रामपाल मंडल के नाम से पटना के दरोगा राय पथ में भूमि आवंटन का स्मारक भवन का निर्माण हो।
अमर शहीद रामपाल मंडल को स्वतंत्रता सेनानी घोषित कर राजकीय सम्मान दिया जाए।
धानुक जाति को आबादी के अनुसार राजनीतिक हिस्सेदारी सुनिश्चित की जाए।
धानुक जाति को अन्य राज्य की तरह बिहार राज्य में भी अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति में शामिल किया जाए।