पाकिस्तानी राष्ट्रपति ममनून हुसैन ने गुरुवार को कश्मीर विवाद को शांतिपूर्ण ढंग से सुलझाने के लिए भारत के साथ बातचीत का प्रस्ताव दिया। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, हुसैन ने गणतंत्र दिवस के अवसर पर एक सैन्य परेड को संबोधित किया। उन्होंने गैरजिम्मेदार कार्रवाई और संघर्षविराम के उल्लंघन के लिए भारत की आलोचना की और इसे पाकिस्तान की सुरक्षा के लिए खतरा बताया।
पाकिस्तानी राष्ट्रपति ममनून हुसैन कश्मीर विवाद पर भारत से बातचीत के लिए तैयार
उन्होंने कहा, “हम संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों के अनुसार कश्मीर विवाद के हल खोजने के लिए भारत से बातचीत के लिए तैयार हैं।” उन्होंने दोहराया कि पाकिस्तान जम्मू एवं कश्मीर के लोगों के आत्मनिर्णय के अधिकार के लिए नैतिक, राजनीतिक और कूटनीतिक समर्थन जारी रखेगा। राष्ट्रपति ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से कश्मीर विवाद के शांतिपूर्ण समाधान के लिए अपनी भूमिका निभाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने किसी देश के खिलाफ ‘आक्रामक योजना’ नहीं बनाई है, लेकिन क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के लिए न्यूनतम प्रतिरक्षा बनाए रखा है।
राष्ट्रपति ने कहा कि पाकिस्तान कई साल से आतंक के खिलाफ युद्ध लड़ रहा था और सशस्त्र बलों और दूसरे कानून प्रवर्तन ने कई बड़े बलिदान दिए हैं। उन्होंने कहा, “पाकिस्तान अब हमारे सशस्त्र बलों और लोगों के अभूतपूर्व बलिदान की बदौलत अतीत से ज्यादा सुरक्षित है।”