नमो ड्रोन दीदी योजना: ड्रोन उड़ाना सीखेंगीं महिलाएं, किसानी में करेंगी मदद

केंद्र सरकार ने शुक्रवार को नमो ड्रोन दीदी परिचालन के लिए दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं। साथ ही योजना के लिए 1261 करोड़ रुपये की मंजूरी दे दी है। इस योजना के तहत महिलाओं के कौशल से अगले दो वर्षों के भीतर 14500 ड्रोन खेतों के ऊपर उड़ान भरने वाले हैं। योजना से स्वयं सहायता समूहों को स्थायी व्यवसाय और आजीविका मिलेगी।

महिलाओं के कौशल से अगले दो वर्षों के भीतर 14,500 ड्रोन खेतों के ऊपर उड़ान भरने वाले हैं। इसके लिए केंद्र सरकार ने शुक्रवार को 1261 करोड़ रुपये की मंजूरी दे दी है। साथ ही नमो ड्रोन दीदी परिचालन के लिए दिशा-निर्देश भी जारी कर दिए हैं।

योजना का लक्ष्य 2024-25 से 2025-26 के दौरान चयनित स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को ड्रोन उपलब्ध कराने का है, जो किराये पर किसानों को कृषि के लिए ड्रोन सेवाएं उपलब्ध कराएंगी। ड्रोन के माध्यम से खेतों में तरल उर्वरकों और कीटनाशकों का छिड़काव किया जाएगा। माना जा रहा है कि योजना से स्वयं सहायता समूहों को स्थायी व्यवसाय और आजीविका मिलेगी।

पैदावार बढ़ेगी, लागत में कमी आएगी
साथ ही वे अतिरिक्त आय अर्जित करने में सक्षम होंगे। कृषि में इस नवीनतम प्रयोग से किसानों की दक्षता और पैदावार बढ़ेगी। लागत में कमी आएगी। कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय ने हितधारकों से ‘नमो ड्रोन दीदी’ योजना के शीघ्र क्रियान्वयन का आग्रह किया है।

ड्रोन की खरीदारी एवं अन्य सहायक उपकरणों के साथ समग्र लागत का 80 प्रतिशत या अधिकतम आठ लाख रुपये केंद्रीय सहायता के रूप में महिला स्वयं सहायता समूहों को पैकेज के रूप में दिए जाएंगे। शेष राशि चयनित स्वयं सहायता समूह कृषि अवसंरचना कोष से ऋण के रूप में तीन प्रतिशत ब्याज पर ले सकते हैं।

पोर्टल के जरिए होगी निगरानी
ग्रामीण विकास मंत्रालय के अन्य स्त्रोतों से ऋण प्राप्त कर सकते हैं। योजना की निगरानी ड्रोन पोर्टल के जरिए होगी, जो संचालन को भी ट्रैक करेगा। ड्रोन के उपयोग पर लाइव जानकारी देगा। यह सेवा एवं धन वितरण के लिए साफ्टवेयर के रूप में कार्य करेगा।

ड्रोन से एक दिन में 20 एकड़ खेत में छिड़काव
एक दिन में ड्रोन आसानी से 20 एकड़ खेत में छिड़काव कर सकता है। ड्रोन उड़ाने वाली दीदियों को 15 दिन का प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्हें एक वर्ष का बीमा, दो वर्ष के रखरखाव का अनुबंध एवं जीएसटी के पैसे भी दिए जाएंगे। समूह की एक अन्य सदस्य को भी प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्हें फसल पोषक तत्व एवं कीटनाशक प्रयोग की अतिरिक्त ट्रेनिंग भी दी जाएगी।

बिजली सामान की मरम्मत, फिटिंग एवं मशीनी कार्यों में रुचि रखने वाली एक सदस्यों को ड्रोन सहायक के रूप में ट्रेनिंग दी जाएगी। ड्रोन निर्माता कंपनियां दिशा-निर्देशों में वर्णित कार्यक्रम के अनुसार आपूर्ति के साथ प्रशिक्षण भी एक पैकेज के रूप में देंगे।

पैकेज के रूप में होगी ड्रोन की आपूर्ति
ड्रोन की आपूर्ति पैकेज के रूप में होगी, जिसमें तरल उर्वरकों एवं कीटनाशकों के छिड़काव के लिए स्प्रे मशीन के साथ बेसिक ड्रोन एवं उसे रखने का डिब्बा, बैटरी सेट, नीचे की ओर फोकस कैमरा, दोहरे चैनल वाला फास्ट बैटरी चॉर्जर, चॉर्जर हब एवं अन्य संबंधित सभी वस्तुओं पर एक साल की ऑनसाइट वारंटी शामिल होगी।

निरंतर उड़ान के लिए बैटरी का अतिरिक्त सेट रहेगा। कृषि में ड्रोन का उपयोग अभी शुरुआती चरण में है। इसलिए राज्य इन गतिविधियों का बारीकी से निगरानी करेंगे। महिला समूहों को सहायता देंगे। साथ ही उन्हें एक वर्ष में कम से कम 2000 से 2500 एकड़ क्षेत्र को कवर करने के लिए व्यवसाय शुरू करने में मदद करेंगे।

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