दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय माकन ने दिल्ली के कॉन्सीट्यूशन क्लब में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के ड्राफ्ट रोडमैप के बारे में बताया कि यह रोडमैप तीनों निगमों के 9000 मीट्रिक टन से ऊपर निकलने वाले कूड़े का समाधान है. दिल्ली पोल्यूशन कंट्रोल कमेटी की रिपोर्ट के अनुसार उत्तरी नगर निगम 4200 टन, दक्षिणी नगर निगम 2850 टन तथा पूर्वी नगर निगम में 2200 टन कूड़ा प्रतिदिन निकलता है. कुल कूड़े का तकरीबन 40 प्रतिशत कूड़ा नरेला, बवाना, भलस्वा, ओखला तथा गाजीपुर की लैंडफिल साईट पर डाला जाता है. उन्होंने कहा कि यह लैंडफिल साईट वहां के आसपास के रहने वाले लोगों और खासतौर पर बच्चों के स्वास्थ्य के लिए वर्तमान और आने वाले समय में बहुत बड़ा खतरा है. उन्होंने कहा कि घटिया कूड़ा प्रबंधन के कारण पिछले कुछ वर्षों से दिल्ली में महामारियां फैली हैं.
कांग्रेस झूठे वायदे के बजाय करेगी समाधान
अजय माकन ने मौके पर कहा कि कांग्रेस शॉर्ट टर्म गेन के लिए झूठे वायदों में नहीं पड़ना चाहती बल्कि सच्चे समाधान से दिल्ली को विश्वस्तरीय राजधानी बनानी चाहती है. उन्होंने कहा कि दिल्ली में विश्वस्तरीय अच्छी आदतों को लागू किया जाएगा, ताकि दिल्ली विश्वस्तरीय शहर बन सके. उन्होंने बताया कि कांग्रेस पार्टी की निगम सरकारें सफाई व अन्य कार्यक्रमों में नागरिकों की भागीदारी के साथ सरकार चलाएंगी. प्रत्येक वार्ड को मानसून से पहले तय संख्या में पौधे लगाने होंगे और जिस वार्ड ने ऐसा नहीं किया तो उसपर जुर्माना लगाकर उचित कार्रवाई की जाएगी. निगम सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट रुल्स 2016 का पालन करेंगे और अच्छी आदतों को लेकर वेस्ट मैनेजमेंट का अनुसरण करेंगे.
वे आगे कहते हैं कि नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के द्वारा पॉलिथीन बैग पर लगाए गए प्रतिबंध का पालन दिल्ली में पूरी तरह से किया जाएगा. दो वर्षों में व्यापक जागरुकता कार्यक्रम के तहत घरों से निकलने वाले कचरे को 100 प्रतिशत अलग-अलग करके एकत्रित करने का कार्यक्रम चलाया जाएगा. तीनों निगम की भारी भीड़ वाली जगहों पर प्रत्येक 750 मीटर पर नीले व हरे कूड़ेदान लगाएंगे. दिल्ली नगर निगम एक ऐसी कार्य योजना बनाएगी जिसके तहत बायोडिग्रेडेबल वेस्ट को ट्रांसपोर्ट द्वारा उठाकर उस क्षेत्र में लगाई गई कम्पोस्ट मशीन तक पहुंचाया जाएगा. सफाई कर्मचारियों को उचित व समान अनुपात में पारदर्शी तरीके से सभी वार्डों में लगाया जाएगा. सफाई कर्मचारियों को समय पर वेतन व एरियर दिए जाएंगे.
सभी सफाई कर्मचारियों को उचित प्रशिक्षण व संसाधन दिए जाएंगे जिससे कि सफाई व्यवस्था अच्छी तरह हो सके. सभी रिहायशी क्षेत्रों में छोटे कम्पोस्ट प्लांट लगाए जाएंगे. रिहायशी क्षेत्रों में कूड़े को एकत्रित करने के समय ही अलग-अलग किये जाने को लेकर बच्चों के द्वारा जागरुकता अभियान चलाया जाएगा. जो वार्ड जितना अच्छा काम करेंगे उनको इंसेंटिव दिया जाएगा तथा प्रॉपर्टी टैक्स में छूट दिया जाएगा. वेस्ट मैनेजमेंट को खुद लागू करने वाले ग्रुप हाउसिंग सोसायटी, अस्पताल तथा मॉल इत्यादि की इंसेंटिव देकर प्रापर्टी टैक्स में छूट दी जाएगी. इस कार्यक्रम में पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश, शर्मिष्ठा मुखर्जी जैसे नेता भी शामिल थे.