विदेश मंत्रालय ने रविवार (29 जून, 2025) को पाकिस्तानी सेना के इस दावे को सिरे से खारिज कर दिया कि वजीरिस्तान में हुए आत्मघाती हमले के पीछे भारत का हाथ था। एक दिन पहले हुए इस हमले में 13 सैनिक मारे गए थे।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर बयान जारी करते हुए कहा, “हमने पाकिस्तानी सेना का एक आधिकारिक बयान देखा है, जिसमें 28 जून को वजीरिस्तान पर हुए हमले के लिए भारत को दोषी ठहराया गया है। हम इस बयान को पूरी अवमानना के साथ खारिज करते हैं।”
विस्फोटकों से लदी गाड़ी सैन्य काफिले में घुसा दी
शनिवार (28 जून, 2025) को एक आत्मघाती हमलावर ने खैबर पख्तूनख्वा के उत्तरी वजीरिस्तान जिले में एक पाकिस्तानी सैन्य काफिले में विस्फोटकों से लदी गाड़ी घुसा दी। द डॉन न्यूज की रिपोर्ट में इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) के एक बयान का हवाला देते हुए बताया गया कि इस हमले को फितना-अल-खवारिज ने अंजाम दिया था, जिसमें 13 सैनिक मारे गए।
उत्तरी वजीरिस्तान जिले के एक स्थानीय सरकारी अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर बताया, “एक आत्मघाती हमलावर ने विस्फोटकों से लदे वाहन को सैन्य काफिले में घुसा दिया। विस्फोट में 13 सैनिक मारे गए, 10 सैन्यकर्मी और 19 नागरिक घायल हो गए।”
पाकिस्तान ने अफगानिस्तान पर भी लगाया आरोप
न्यूज एजेंसी एएफपी के अनुसार, 2021 में काबुल में तालिबान के सत्ता में लौटने के बाद से पाकिस्तान-अफगानिस्तान की सीमा से लगे क्षेत्रों में हिंसा में वृद्धि देखी गई है। पाकिस्तान ने अपने पड़ोसी पर उसके खिलाफ हमलों के लिए अपनी धरती का इस्तेमाल करने की अनुमति देने का आरोप लगाया है, जिसे तालिबान ने नकार दिया है।