आजकल कम उम्र में ही घुटनों में दर्द और समस्याएं आम होती जा रही हैं। पहले यह समस्या 50-60 साल की उम्र के बाद देखी जाती थी, लेकिन अब 30-35 साल के युवाओं को भी घुटनों में दर्द, अकड़न और चलने-फिरने में तकलीफ होने लगी है।
इसके पीछे गलत लाइफस्टाइल, खान-पान की गलत आदतें, एक्सरसाइज की कमी और लंबे समय तक बैठे रहने जैसी वजहें हैं। अगर समय रहते सावधानी बरती जाए, तो घुटनों को खराब होने से बचाया जा सकता है।
क्यों हो रहा है कम उम्र में घुटनों का दर्द?
गलत पोस्चर और लंबे समय तक बैठे रहना- आजकल ज्यादातर लोग ऑफिस में 8-10 घंटे कुर्सी पर बैठकर काम करते हैं। गलत पोजीशन में बैठने से घुटनों और जोड़ों पर दबाव पड़ता है, जिससे धीरे-धीरे दर्द शुरू हो जाता है।
मोटापा और वजन बढ़ना- ज्यादा वजन होने से घुटनों पर ज्यादा भार पड़ता है, जिससे कार्टिलेज (हड्डियों के बीच का कुशन) घिसने लगता है। इससे ऑस्टियोआर्थराइटिस की समस्या हो सकती है।
पोषण की कमी- कैल्शियम, विटामिन डी, प्रोटीन और अन्य जरूरी पोषक तत्वों की कमी से हड्डियां कमजोर हो जाती हैं, जिससे घुटनों में दर्द होने लगता है।
एक्सरसाइज न करना या गलत तरीके से करना- फिजिकल एक्टिविटीज की कमी से मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं, जबकि ज्यादा हैवी वर्कआउट या गलत तरीके से एक्सरसाइज करने से भी घुटनों पर दबाव पड़ सकता है।
गलत जूते पहनना- हाई हील्स या अनकम्फर्टेबल फुटवियर पहनने से भी घुटनों पर दबाव पड़ता है, जिससे दर्द हो सकता है।
घुटनों को हेल्दी रखने के लिए क्या करें?
वजन को कंट्रोल करें- अगर आपका वजन ज्यादा है, तो इसे कम करने की कोशिश करें। हेल्दी डाइट लें और नियमित एक्सरसाइज करें।
नियमित एक्सरसाइज और स्ट्रेचिंग- वॉकिंग और साइकलिंग, ये घुटनों के लिए बेस्ट एक्सरसाइज हैं। योग करने से भी घुटने को मजबूत बनते हैं। इनके साथ लेग एक्सरसाइज और स्क्वैट्स करना भी घुटनों के लिए फायदेमंद है।
हेल्दी डाइट लें- कैल्शियम, विटामिन-डी और ओमेगा-3 फैटी एसिड्स से भरपूर फूड्स, जैसे- दूध, दही, बादाम, अखरोट, अंडे, मछली आदि खाएं।
पानी भरपूर पिएं- हाइड्रेशन जोड़ों के लिए जरूरी है। पानी कम पीने से जोड़ों में लुब्रिकेशन की कमी हो सकती है।
सही फुटवियर पहनें- आरामदायक और सपोर्टिव जूते पहनें। ज्यादा समय तक हाई हील्स पहनने से बचें।
लंबे समय तक एक ही पोजीशन में न बैठें- हर 30-40 मिनट में उठकर थोड़ा चलें या स्ट्रेच करें।
घुटनों की मसाज करें- सरसों के तेल या नारियल तेल से हल्की मालिश करने से दर्द में आराम मिलता है।