कोलकाता। ममता सरकार में एक बार फिर साम्प्रदायिक हिंसा भड़की है। हुगली में रामनवमी के मौके पर हिन्दू समुदाय के लोग जुलूस लेकर तेलिनीपारा इलाके से जा रहे थे। इस दौरान मुस्लिम बहुल इलाके में हिंदुओं को रोक लिया गया और आगे नहीं बढ़ने दिया। इस पर दोनों समुदाय के लोगों के बीच तकरार हुई। तकरार, टकराव में बदलते देर नहीं लगी। इसमें कई घर तक फूंक दिए गए।
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हिन्दू समुदाय पर बंगाल में आई आफत
घटना हुगली जिले के तेलिनीपारा इलाके में हुई है। इस क्षेत्र में मुस्लिम समुदाय के लोग रहते हैं। जब ये जुलूस राजाबाजार इलाके में पहुंचा तो एक समुदाय के लोगों ने जुलूस को रोक दिया और आगे नहीं बढ़ने दिया, इस बात को लेकर दोनों समुदाय के लोगों के बीच तकरार हुई।
जल्द ही दोनों समुदाय के और भी लोग पहुंच गये और एक दूसरे के ऊपर पत्थर चलाने शुरू कर दिये, देखते ही देखते हालात बेकाबू हो गया, उन्मादी ने दुकानों और घरों में आग लगानी शुरू कर दी।
पुलिस के मुताबिक शुक्रवार (7 अप्रैल) रात को दंगाइयों ने कई दुकानों को जला दिया, एक दूसरे के ऊपर देशी बमों से हमला किया और सरकारी और निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया।
इस घटना में कई लोगों को चोट आई है, प्रशासन ने इलाके में भारी सुरक्षा बंदोबस्त कर दिया है, और सभी संदिग्ध तत्वों पर निगाह रखी जा रही है। अभी इलाके में हालात नियंत्रण में है।
हालांकि पुलिस घटनास्थल पर पहुंच स्थित काबू में करने की कोशिश की। पुलिस ने दंगाई भीड़ को काबू में करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े। बड़ी देर तक मशक्कत के बाद पुलिस इन असामाजिक तत्वों पर काबू पा सकी। हुगली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दंगा करने के आरोप में 10 स्थानीय लोगों को गिरफ़्तार किया गया है।
बता दें कि इसी साल पश्चिम बंगाल में आरएसएस और बीजेपी समर्थित संगठनों ने राज्य में जोर-शोर से रामनवमी का जुलूस निकाला है। इस पर सीएम ममता बनर्जी ने तब कहा था कि रामनवमी का यह जुलूस राज्य में ध्रुवीकरण करने की बीजेपी की कोशिश है, ताकि चुनावों में बीजेपी इसका फायदा उठा सके।