भुवनेश्वर| ओडिशा में विधानसभा चुनाव दो साल बाद होने हैं, लेकिन भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राज्य में मिशन कांग्रेस मुक्त भारत के तहत चुनावी जीत के लिए तैयारियां अभी से शुरू कर दी हैं।
भाजपा की दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक शनिवार से यहां शुरू हुई। हाल में हुए विधानसभा चुनावों में जीत के साथ ही भाजपा ने ओडिशा के पंचायत चुनाव में भी अच्छी सफलता हासिल की थी। इसके बाद पार्टी ने अपना जोर अब राज्य की सत्ता में आने पर लगा दिया है।
कांग्रेस मुक्त भारत करने में लगी भाजपा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बैठक में हिस्सा लेने के लिए शनिवार को भुवनेश्वर पहुंच चुके हैं। हवाईअड्डे से राजभवन तक मोदी के रोड शो में कई सांस्कृतिक दल कार्यक्रम पेश कर रहे हैं।
राज्य भाजपा के प्रवक्ता सज्जन शर्मा ने बताया कि मोदी प्रार्थना के लिए विख्यात लिंगराज मंदिर भी जाएंगे। बैठक में शामिल होने से पहले प्रधानमंत्री जनता मैदान में जनजातीय समुदाय के छात्रों से मिलेंगे।
मोदी 1817 में राज्य में अंग्रेजों के खिलाफ हुए पाइका विद्रोह में शामिल होने वाले 16 परिवारों के सदस्यों को सम्मानित करेंगे। इसे राज्य में भाजपा के एक बड़े कार्यक्रम के रूप में देखा जा रहा है।
भुवनेश्वर की सड़कों को राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के मद्देनजर भाजपा के झंडों-बैनरों से पाट दिया गया है। इनमें मोदी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के साथ-साथ राज्य भाजपा के नेता केंद्रीय मंत्री धर्मेद्र प्रधान और जुएल ओराम को भी स्थान दिया गया है।
1998 में भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की यहां बैठक हुई थी। इसके बाद भाजपा ने राज्य में बीजू जनता दल से हाथ मिलाया था। 1998 में केंद्र में अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में बनी राजग सरकार में बीजद भी शामिल हुई थी।
बाद में ओडिशा में भी बीजद और भाजपा ने मिलकर सरकार बनाई। फिर दोनों के बीच मतभेद उभरे और बीजद ने राजग से नाता तोड़ लिया।
इसके बाद से भाजपा राज्य में अपने विस्तार के लिए पूरा जोर लगा दिया।
2014 लोकसभा चुनाव में मोदी लहर के बावजूद भाजपा राज्य में केवल एक सीट जीत सकी थी।
इसके बाद पंचायत चुनाव में पार्टी का प्रदर्शन अच्छा रहा।