बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के पश्चिम बंगाल दौरे के दौरान चर्चा में आए दो बीजेपी कार्यकर्ताओं ने आज सत्ताधारी तृणमूल का दाम थाम लिया. नक्सलबाड़ी इलाके के दक्षिण कटियाजोत गांव में रहने वाली गीता और उसके पति राजू महाली वर्षों से BJP के साथ जुड़े रहे थे.
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अमित शाह ने तीन दिनों के अपने बंगाल दौरे के दौरान के इस आदिवासी परिवार के घर भोजन किया था. इस दौरान शाह के साथ पश्चिम बंगाल भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष भी थे. यहां उन्हें चावल, मूंग की दाल, परवल फ्राई, स्क्वेश करी, सलाद और पापड़ परोसे गए थे.
वहीं बीजेपी ने इस मामले में तृणमूल कांग्रेस पर आदिवासी दंपती का अपहरण कर जबरन उन्हें पार्टी में शामिल किए जाने का आरोप लगाया है. बीजेपी नेताओं के मुताबिक, यह आदिवासी दंपती मंगलवार सुबह से ही गायब है और उनका मोबाइल फोन भी बंद आ रहा है.
बता दें कि बंगाल के चुनावी मैदान में अपनी जड़े जमाने की कोशिश में जुटे बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस पर हिंसा फैलाने का आरोप लगाते हुए दावा किया था कि वह नरेंद्र मोदी के रथ को नहीं रोक पाएगी. उन्होंने जोर दिया था कि बंगाल में कमल खिल कर रहेगा. शाह ने नक्सलबाड़ी में बीजेपी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा था, तृणमूल कांग्रेस सोच सकती है कि वे मोदीजी के रथ को रोक सकते हैं, लेकिन वे इसे नहीं रोक सकते. वे हमें रोकने का जितना प्रयास करेंगे, उतना ही कमल और खिलेगा.
अमित शाह ने यहां दावा किया कि वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल में बीजेपी को सबसे ज्यादा सीटें मिलेंगी. उन्होंने कहा, तृणमूल कांग्रेस हिंसा फैला रही है, लेकिन अंतत: बंगाल में बीजेपी की जीत पक्की है. इसे कोई नहीं रोक सकता.