समस्तीपुर(ब्यूरो)- जिले के मोहनपुर प्रखंड अंतर्गत रामचंद्रपुर दशहरा गांव में पिछले कुछ वर्षों से पर्यावरण को संतुलन में रखने के लिये एक नयी परंपरा की शुरूआत की गयी है| इसके तहत किसी भी लड़की की शादी जब होती है तो ससुराल जाने से पहले लड़कियां अपने पति के साथ पौध रोपण कर ही अपने पिता के घर से बाहर पैर निकालती है|
इस परंपरा को अब आसपास के गांव के लोग भी अपनाने लगे है| इसकी सराहना क्षेत्र के अलावे पूरे जिलें में भी हो रही है| इसी कड़ी में त्रिवेणी प्रसाद राय की पौत्री तथा जितेन्द्र प्रसाद राय की पुत्री वंदना ने चांदपुर धमौन के रामलगन राय के पुत्र महेश कुमार के संग बीती रात परिणय सूत्र में बंधने के बाद अहले सुबह आम के पौधे का रोपण कर पर्यावरण संरक्षण की दिशा में उल्लेखनीय कार्य किया| यह कार्य रामचंद्रपुर दशहरा में विगत चार वर्षों से नवदंपतियों द्वारा किया जा रहा है|
वंदना द्वारा अपने पति के संग किए जा रहे पौधरोपण के कार्य का संयोजन पर्यावरणसेवी सुजीत भगत के द्वारा किया गया था| नवदंपती के इस कार्य में सहयोग करने के लिए राष्ट्रीय स्तर के चर्चित गीतकार ईश्वर करूण भी मौजूद थे| उन्होंने कहा कि पर्यावरण के प्रति लोगों को सजग करने के लिए रामचंद्रपुर दशहरा लगातार कई वर्षों से अनूठा पहल कर रहा है|
इस पहल की अगुवाई करने वाले सुजीत भगत आज प्रदेश ही नहीं देश के लिए प्रेरणास्त्रोत बन गए हैं| मौके पर डॉ सुनील कुमार, विधानचंद्र राय, रघुनाथ राय, सुरेश राय, रवीन्द्र प्रसाद राय, गजेन्द्र प्रसाद राय, विन्देश्वर राय उर्फ हवामहल, रणवीर राय, संतोष राय, डॉ रवि, रीतिक राज, जयचंन्द्र राय, अमर किशोर राय समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे|