मेरठ: यूपी के मेरठ जनपद में प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के नाम पर एक बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। यहां बैंकों और अन्य मल्टीनेशनल कंपनियों में जॉब लगाने के नाम पर एक हजार से ज्यादा युवाओं से रुपये ठगे गये। रविवार को फाइनल इंटरव्यू के नाम पर फिर से रुपए ऐंठने की तैयारी थी इससे पहले ही इसका भंडाफोड़ हो गया।
पुलिस ने इस प्रकरण में फिलहाल एक महिला सहित पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। उनके कब्जे से विभिन्न कंपनियों के ऑफर लेटर, रजिस्ट्रेशन फीस की रसीदें और अन्य फर्जी कागजात बरामद किए हैं। होर्डिंग्स पर प्रधानमंत्री का फोटो लगाकर इस ठगी को अंजाम दिया जा रहा था। पकड़े गए आरोपी संकल्प निवासी रोहतक, अमन निवासी पटना और विशाल व आयुष निवासी मेरठ है। इस पूरे गिरोह की मास्टरमाइंड ध्वनि जैन है जो गंगानगर के राजेंद्र पुरम की रहने वाली है। गंगानगर के भारती स्कूल ऑफिस स्किल्स से यह पूरा नेटवर्क संचालित किया जा रहा था।
मेरठ, नोएडा, गाजियाबाद, बागपत, सहारनपुर, हापुड़ समेत पूरे वेस्ट यूपी और देहरादून व हरिद्वार के युवा भी इस ठगी का शिकार हुए। रविवार को आबूलेन पर होटल राजमहल में ठगों के इस गिरोह ने रजिस्ट्रेशन कराने वाले करीब 300 अभ्यर्थियों को फाइनल इंटरव्यू के लिए बुलाया था। इंटरव्यू में अटपटे सवाल पूछे गए। इसके बाद आवेदन निरस्त बताकर चयन करने के नाम पर फिर 10 से 20 हजार की डिमांड की गई है।
इस पर आवेदनकर्ताओं को शक हुआ और पल भर में ही सारा भांडा फूट गया। गिरोह के पकड़े जाने के बाद सदर थाना पुलिस और साइबर सेल की टीम ने शहर में उनके दूसरे कई ठिकानों पर छापेमारी करके सुबूत जुटाए। फिलहाल पुलिस रेकेट के अन्य सदस्यों की छानबीन में जुटी हुई है।