लखनऊ में दिन में भयंकर गर्मी व उमस के बाद सोमवार रात करीब 11 बजे हुई दस मिनट की बारिश के साथ ओले गिरने से पारा लुढ़क गया। इससे करीब आधे घंटे पहले 48 घंटे प्रति किमी की रफ्तार से चली आंधी से कई जगहों पर पेड़ उखड़ गए। इस दौरान बिजली की लाइनें क्षतिग्रस्त होने से कई इलाकों में अंधेरा छा गया। रात करीब एक बजे तक हालात नहीं सुधरे थे।
सोमवार सुबह से ही धूप के तेवर सख्त रहे। दोपहर होते-होते तापमान और बढ़ गया। वहीं, देर रात चली आंधी से जहां मौसम में बदलाव हुआ वहीं तापमान में गिरावट दर्ज की गई। तेज हवाओं के चलते बख्शी का तालाब इलाके में बूंदाबांदी भी हुई। दिन का अधिकतम तापमान जहां 38.2 डिग्री सेल्सियस रहा।
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वहीं, रात में तापमान गिरकर न्यूनतम 28.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज रिकार्ड किया गया। मौसम विज्ञानियों की मानें तो आंधी के चलते तापमान में गिरावट दर्ज होगी। हालांकि, दिन के अधिकतम तापमान में बहुत अधिक गिरावट नहीं होगी। बख्शी का तालाब, सरोजनीनगर, मलिहाबाद, मोहनलालगंज आदि इलाकों में पेड़ गिर गए।
कई इलाकों में देर रात तक रहा अंधेरा
तेज हवाओं के चलने के साथ ही सोमवार रात गोमतीनगर, आलमबागर, इंदिरानगर, अलीगंज, निशातगंज, चारबाग, अमीनाबाद, चौक सहित तमाम इलाकों में बत्ती गुल हो गई। इसके चलते लोगों को अंधेरे में रात बितानी पड़ी। हालांकि, लेसा अधिकारियों ने बताया कि आंधी सा माहौल होने के कारण आपूर्ति बंद कर दी गई थी, ताकि आपूर्ति व्यवस्था न चरमराए।
सात फीसदी आम की फसल बर्बाद
देर रात चली जोरदार हवाओं से आम की फसल पर भी दुष्प्रभाव पड़ा। अकेले मोहनलालगंज इलाके में पांच से सात प्रतिशत फसल बर्बाद हो गई।