नई दिल्ली। राष्ट्रपति चुनाव को लेकर सभी ने अपनी कमर कस ली है। केंद्र की बीजेपी सरकार को टक्क्र देने के लिए विपक्ष भी पूरी तरह से तैयार है। हर पार्टी अपने नेता को राष्ट्रपति पद पर बिठाना चाहती है। पिछले चुनावों में बीजेपी की प्रचंड जीत के बाद मोदी सरकार का पलड़ा भारी दिख रहा है। लेकिन विपक्ष भी कोई कसर नहीं छोड़ रही है।यह भी पढ़े:> अभी-अभी: सोनिया गांधी की हालत गम्भीर कांग्रेस पार्टी में चारों तरफ मचा हाहाकार
इसी सिलसिले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी दूसरे विपक्षी नेताओं से मुलाकात कर रही हैं और एकजुट होकर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही हैं। लेकिन राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्ष की राह इतनी आसान नहीं होगी। लेकिन इस बात पर भी ध्यान देना होगा कि जिस तरह से पिछले चुनावों में मोदी लहर चली है, क्या इसमें भी वही होगा।
राष्ट्रपति चुनाव को लेकर विपक्ष नहीं हो पा रही एकजुट इस एकजुटता के रास्ते में कुछ अड़चनें हैं। तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी से इस बारे में अभी तक संपर्क नहीं किया गया है, जबकि बीजू जनता दल (बीजेडी) के अध्यक्ष नवीन पटनायक ने अपना रुख स्पष्ट नहीं किया है। कुछ समय पहले इसी कारण से बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) अध्यक्ष नीतीश कुमार ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की थी। जिसके बाद मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीएम) महासचिव सीताराम येचुरी ने भी सोनिया गांधी से मुलाकात की।
वहीं, तेलंगाना राष्ट्र समिति के राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए के साथ जाने के संकेतों के बावजूद वामदलों की ओर से टीआरएस को समझाने की कोशिशें बंद नहीं हुई हैं। ऐसे तो सोनिया गांधी विपक्षी नेताओं से साथ आने के लिए सीधे बात कर रही हैं। लेकिन बीजू जनता दल और वाईएसआर कांग्रेस जैसी अहम क्षेत्रीय पार्टियों से कांग्रेस के रिश्ते सहज नहीं होने के कारण सोनिया का नवीन पटनायक और जगनमोहन रेड्डी से सीधा संवाद नहीं है।
शिवसेना ने राष्ट्रपति पद के लिए पवार का नाम किया था सामने
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बता दें इससे पहले महाराष्ट्र की पार्टी एनसीपी के प्रमुख शरद पवार का नाम भी राष्ट्रपति पद के लिए सामने आया था। दिनों शिवसेना ने शरद पवार को सर्वसम्मत उम्मीदवार के रूप में पेश करने की बात कही थी। शिवसेना ने राष्ट्रपति पद के लिए पवार को सर्वसम्मत उम्मीदवार के रूप में पेश करते हुए कहा था कि भाजपा को भी उनको (शरद पवार को) समर्थन देना चाहिए। राउत ने कहा था कि शरद पावर काबिल हैं और काबिल राष्ट्रपति भी बन सकते हैं। इसके बाद पवार ने सोनिया गांधी से मुलाकात भी की थी।