नई दिल्ली। आप तरह-तरह से रेस्टोरेंट गए होंगे, कुछ अलग करने की चाह में कभी किसी रेस्टोरेंट का इंटीरियर गांव जैसा होता है तो किसी का आलीशान पैलेस जैसा। लेकिन क्या आप सोच सकते हैं किसी ऐसे रोस्टोरेंट के बारे में जो कब्रिस्तान के बीचों- बीच बना हो और लोग बड़े आराम से वहां जाकर चाय और समोसों का आनंद लें। नहीं ये मजाक नहीं है बल्कि ऐसा एक रेस्टोरेंट अहमदाबाद में मौजूद है। इस रेस्टोरेंट का नाम है ‘न्यू लकी रेस्टोरेंट’ है।
अनोखा रेस्टोरेंट जहां करीब 26 कब्रों के बीच बैठकर लोग खाते हैं खाना
दरअसल, ये होटल बहुत पुराना है। इस अनोखा रेस्टोरेंट की शुरुआत 1950 में मुस्लिम कब्रिस्तान के बाहर एक छोटे से टी स्टॉल से एच मोहम्मद ने की थी। जैसे ही ये जगह फेमस हुई, एच मोहम्मद ने इसे कब्रों के आस-पास फैलाना शुरू कर दिया। हालाँकि कुछ सालों तक इस रेस्तरां को चलाने के बाद उन्होंने यह रेस्तरां कृष्णन कुट्टी नायर को बेंच दिया था। खास बात ये है कि इस रेस्तरां के बीच में ही करीब 26 कब्रे बनी हुई हैं।
लोगों के आने से इन कब्रों को कोई नुकसान न पहुंचे इसलिए इन कब्रों को चारों तरफ से लोहे की सलाखों से सील कर दिया गया है। इसके अलावा इन कब्रों की रोज सफाई की जाती है, नए और चमकदार कपड़े पहनाये जाते हैं, और महकदार फूलों से सजाया जाता है। यही कारण था कि पेंटर एमएफ हुसैन यहां नियमित तौर पर आया करते थे। इतना ही नहीं उन्हें इस रेस्तरां में इतना अच्छा लगा कि उन्होंने इस रेस्तरां के मालिक को खुद की बनाई एक पेंटिंग तक गिफ्ट की थी।
लकी है ये कब्रिस्तान
इतना ही नहीं इस रेस्तरां पर कई डॉक्यूमेंट्री भी बनाई जा चुकी है, यहां रोजाना अच्छी खासी भीड़ होती है। रेस्तरां के मालिक कृष्णन कुट्टी ने बताया ‘यह कब्रिस्तान उनके लिए फायदे का सौदा साबित हुआ है और यही कारण है कि इसकी वजह से हमारा बिजनेस फल-फूल रहा है। इनकी वजह से लोगों को एक अलग तरह का अहसास होता है।’
होटल के मालिक के लिए ये रेस्तरां बहुत लकी साबित हुआ इसलिए उन्होंने इसका नाम न्यू लकी रेस्टोरेंट रख दिया। अगर अगली बार आप कभी भी अहमदाबाद जाएं तो इस रेस्टोरेंट जाना मत भूलियेगा।