बीते तीन साल में: 2014 में आईआईटी कानपुर में तीन किशोरों ने आत्महत्या की। इसी साल खड़गपुर और गुवाहाटी में भी तीन-तीन विद्यार्थियों की आत्महत्याएं सामने आईं। दिल्ली और बॉम्बे आईआईटी की दो-दो और रुड़की की एक आत्महत्या मिला दें तो इस वर्ष कुल 14 विद्यार्थियों की मौत हुई जो अब तक किसी भी वर्ष में आईआईटी विद्यार्थियों द्वारा की गई आत्महत्याओं में सर्वाधिक है।
2015 में गुवाहाटी में फिर से तीन विद्यार्थियों ने आत्महत्याएं की। उसी वर्ष बॉम्बे और मद्रास में ऐसे दो-दो मामले सामने आए। पिछले वर्ष यानी 2016 आईआईटी बॉम्बे व गुवाहाटी में दो-दो, गांधीनगर व मद्रास में एक-एक आत्महत्याएं दर्ज हुईं।