आम आदमी पार्टी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित करते हुए दिल्ली पुलिस पर आरोप लगाया कि उसने गुरुवार को तीन विधायकों के खिलाफ FIR दर्ज करने में जल्दबाजी की है. जबकि इसी दिल्ली पुलिस ने आप पार्षद की पिटाई के मसले पर मेयर से परमिशन ना मिलने के कारण मुकदमा दर्ज नहीं किया था.अभी अभी: लालू की बेटी पर आन पड़ी ये बड़ी मुसीबत, ED ने तीन ठिकानों पर मारे छापे…
आप प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि गुरुवार को विधायकों पर जो मारपीट हुई है उसमें पुलिस ने कहा कि विधानसभा के अंदर हुई घटना पर FIR दर्ज नहीं हो सकती. इसके बावजूद मुकदमा दर्ज हुआ. आप ने कहा कि 28 जून को सिमरन बेदी का पास विजेंद्र गुप्ता ने बनाया, जबकि अगले दिन कपिल मिश्रा की गाड़ी में सिमरन आईं. ऐसे में दिल्ली पुलिस ने FIR दर्ज करने की जल्दबाजी की है.
आप का कहना है कि एक मॉक हाउस रामलीला मैदान में हुई. उसमें आप पार्षद राकेश कुमार की पिटाई हुई. इसमें पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया. मामले में मेयर से परमिशन नहीं मिली.
सौरभ भारद्वाज ने दिल्ली पुलिस से सवाल पूछते हुए कहा कि पुलिस बताए…
– इस महिला ने कब पुलिस में शिकायत दर्ज कराई
– सिविल लाइन्स के अस्पतालों में मेडिकल नहीं कराने के बावजूद RML लेकर आये
– क्या पहले कोई जांच की
– क्या, विधानसभा अध्यक्ष से कोई परमिशन ली
– क्या, संसद में भी इसी तरह की कार्रवाई दिल्ली सरकार करेगी
वहीं दूसरी तरफ पार्टी नेता आशुतोष ने राष्ट्रीय महिला आयोग को घेरे में लेते हुए कहा कि राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष ललिता कुमार मंगलम बीजेपी में रह चुकी हैं. वे बीजेपी की प्रवक्ता रही हैं. उनके पास बीजेपी के नेता कैलाश विजयवर्गीय के मामले भी हैं. लेकिन, उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई.