सियोल। दक्षिण कोरिया और अमेरिका के बीच अक्टूबर में संयुक्त हवाई अभ्यास करने पर सहमति बनी है। यह अभ्यास मुख्य रूप से उत्तर कोरिया के परमाणु ठिकानों पर हमला करने पर केंद्रित रहेगा। सैन्य अधिकारियों ने सोमवार को इसकी जानकारी दी। समाचार एजेंसी योन्हेप की रिपोर्ट के मुताबिक, अलास्का में वायुसेना के इएल्सन हवाई अड्डे पर होने वाले रेड फ्लैग अभ्यास के दौरान इस अभ्यास को अंजाम दिया जाएगा। यह अभ्यास 3 अक्टूबर से 21 अक्टूबर तक चलेगा।
उत्तर कोरिया के खिलाफ दक्षिण कोरिया व अमेरिका का संयुक्त हवाई अभ्यास
उत्तर कोरिया से परमाणु एवं मिसाइल हमले के खतरे के मद्देनजर इस अभ्यास का मकसद दक्षिण कोरिया की वायुसेना की युद्ध की क्षमता को बेहतर करना है। एक सैन्य अधिकारी ने कहा कि इसकी रूपरेखा इस तरह से तैयार की गई है कि उत्तर कोरिया के परमाणु एवं अन्य प्रमुख सैन्य ठिकानों पर हमले का अभ्यास किया जा सके।
दक्षिण कोरिया इस साल रेड फ्लैग अभ्यास में छह एफ-15के लड़ाकू विमान और दो सी-130 हरक्यूलिस परिवहन विमान भेजने की योजना बना रहा है। अधिकारी ने कहा कि एफ-15के विमान जीबीयू-31जेडीएएम (ज्वायंट डायरेक्ट अटैक म्यूनिशन) निर्देशित बम के साथ उत्तर कोरिया की राजधानी प्योंगयांग शहर से 100 किलोमीटर उत्तर में स्थित ओनब्योन स्थित परमाणु ठिकाने पर हमले का अभ्यास करेंगे।
इससे पहले इस माह नार्थ कोरिया ने कहा था कि उसने सफलतापूर्वक एक परमाणु परीक्षण किया है। यह पांचवां एवं अब तक का सबसे शक्तिशाली परीक्षण था। उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने 15 मार्च को कम समय में हमला करने में सक्षम वारहेड एवं बैलिस्टिक रॉकेटों के परीक्षण का आदेश दिया था। तब से सिलसिलेवारढंग से बैलिस्टिक मिसाइलों का परीक्षण किया जा रहा है।
नार्थ कोरिया पर संयुक्त राष्ट्र की ओर से किसी भी तरह के परमाणु या मिसाइल प्रौद्योगिकी परीक्षण पर रोक है।