उत्तर प्रदेश विधानसभा में विस्फोटक मिलने से हड़कंप मच गया है. यह विस्फोटक बुधवार को सुबह जांच के दौरान मिला था, जिसके बाद फॉरेंसिक जांच में इस बात की पुष्टि की गई है कि ये PETN विस्फोटक था. सुरक्षा के बाद उठे सवालों का जवाब देते हुए यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में इसके पीछे किसी साजिश की ओर इशारा किया. योगी ने साफ तौर पर कहा कि आखिर विधानसभा में विस्फोटक कैसे आया. लेकिन इतने सुरक्षा वाले जगह पर खतरनाक विस्फोटक कैसे पहुंचा इसको लेकर पांच सवाल खड़े हो रहे हैं.विधानसभा में विस्फोटक मिलने के मामला में, लोकसभा राज्यसभा में ली जा रही, एक-एक सीट की तलाशी…
1. विधानसभा जैसे संवेदनशील और अति महत्वपूर्ण जगह पर विस्फोटक कैसे पहुंचा?
2. आखिर PENT जैसे खतरनाक विस्फोटक को पकड़ने का इंतजाम विधानसभा में क्यों नहीं है?
3. जब कोई बाहरी व्यक्ति सदन में नहीं जा सकता तो विधानसभा के अंदर कैसे पहुंचा विस्फोटक?
4. जानबूझकर बजट के दिन विस्फोट कराने की साजिश की गई थी?
5. क्या मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को निशाना बनाने के लिए रखा गया था विस्फोटक?
योगी ने किया साजिश की ओर इशारा
योगी ने कहा कि हमारी विधानसभा के पास कोई भी सुरक्षा की तैयारी नहीं है, ये काफी गंभीर मुद्दा है कि देश की सबसे बड़ी विधानसभा होने के बावजूद भी ऐसी सुरक्षा नहीं है. हमारे पास आतंकी हमले के लिए भी कोई रिस्पांस टीम नहीं है. विधानसभा में बिना पास के वाहनों की एंट्री बंद होनी चाहिए, विधानसभा में QRT टीम होनी चाहिए. योगी ने सभी विधायकों से अपील की, कि कोई भी विधायक विधानसभा में फोन लेकर ना आए, अगर कोई फोन लेकर आता है तो उसे साइलेंट फोन पर रखे. अगर कोई विधायक भाषण देना चाहता है तो अपने साथ नोटबुक लेकर आएं.
स्पीकर ने किए कई ऐलान
सीएम योगी की अपील के बाद यूपी विधानसभा स्पीकर ह्रदयनारायण दीक्षित ने कहा कि विधानसभा के सभी गेटों पर बॉडी स्कैनर लगाए जाएंगे, इसके अलावा सभी पुरानी गाड़ियों के पास भी रद्द किए जाएंगे. हम सभी इस मुद्दे को एनआईए को सौंपने की अपील करेंगे. उन्होंने कहा कि विधानसभा में QRT टीम को तैनात किया जाएगा.