डेंगू और मलेरिया के बढ़ते मामलों के बीच नॉर्थ एमसीडी ने लोगों के लिए एडवाइजरी जारी की है ताकि इनसे बचा चा सके. उत्तरी दिल्ली की मेयर प्रीति अग्रवाल ने एडवाइजरी जारी करते वक्त बताया कि डेंगू और चिकनगुनिया का कोई इलाज नहीं है, लेकिन इसकी रोकथाम ही सबसे बड़ा इलाज है. इसलिए लोगों की मदद से इन बीमारियों को रोका जा सकता है.अभी अभी आई सबसे बुरी खबर: ‘जग्गा जासूस’ की एक्ट्रेस की पंखे से लटकती मिली लाश, शोक में डूबा पूरा बॉलीवुड…
नॉर्थ एमसीडी ने जो एडवाइजरी जारी की है, उसके मुताबिक मच्छरों की उत्पत्ति को निम्नलिखित तरीकों से रोका जा सकता है.
1. सभी कूलरों को हफ्ते में एक बार पोंछ कर साफ करना चाहिए और दोबारा भरने से पहले सुखा लेना चाहिए.
2. जिन कूलरों को साफ नहीं किया जा सकता उनमें पेट्रोल या कैरोसिन डालना चाहिए
3. टेमिफास ग्रेन्यूल्ज़ प्राप्त करने के लिए सरकारी कार्यालयों के नोडल अधिकारी/निगम के क्षेत्रीय उप-स्वास्थ्य अधिकारियों से संपर्क कर सकते हैं.
4. छत पर और दूसरी जगहों पर पानी की टंकियों को ढक कर रखा जाना चाहिए.
5. अपने कार्यालयों में व आसपास पानी जमा ना होने दें.
6. खाली व बेकार टूटी बोतलें, कप, गमले और टायर खुले में ना छोड़ें.
दिल्ली वासियों से मेयर की अपील
मेयर ने इस दौरान अपील की है कि दफ्तरों में काम करने वालों को मच्छरों की उत्पत्ति रोकने के लिए खास ध्यान देना चाहिए. एमसीडी ने सरकारी और निजी दफ्तरों, शैक्षिक संस्थानों, व्यावसायिक प्रतिष्ठानों, मार्केट एसोसिएशनों और नागरिकों से डेंगू की रोकथाम हेतु दिल्ली में मच्छरों के प्रजनन को रोकने के उपाय करने की अपील की है.
मच्छरों को पनपने से रोकें
आपको बता दें कि एडीज़ मच्छरों का जीवनचक्र सात दिनों का होता है और इसलिए हर थोड़े दिन में कूलर आदि साफ करने से मच्छरों को पनपने से रोका जा सकता है. मेयर ने कहा है कि एमसीडी ने सभी बड़े संस्थानों में ब्रीडिंग की जांच के लिए नोडल अफसर नियुक्त किए गए हैं. उनको निर्देश दिए गए हैं कि ब्रीडिंग पाने पर तुरंत ही संबंधित विभाग को नोटिस दिया जाए और उसकी पूरी जानकारी लिखित में एक रजिस्टर में रखें. सभी कार्रवाई की जानकारी विभागाध्यक्ष को होनी चाहिए जो इसकी रिपोर्ट मेयर को देंगे.
डेंगू-चिकनगुनिया के मामलों में वृद्धि
सोमवार को एमसीडी की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली में मलेरिया के मामले 225 तक पहुंच चुके हैं. इसके अलावा चिकनगुनिया के मामले भी बढ़कर 183 तक पहुंच चुके हैं. डेंगू के भी 41 नए मामले सामने आने के बाद कुल मामले बढ़कर 150 तक पहुंच चुके हैं.