सरकारी तेल कंपनियों ने पेट्रोल पंप डीलर्स के कमीशन को बढ़ाने का फैसला किया है। अब पेट्रोल की बिक्री पर डीलर्स को मिलने वाले कमीशन में 9 फीसद से 43 फीसद और डीजल की बिक्री पर 11 फीसद से 59 फीसद तक का इजाफा किया गया है।
इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन के चेयरमैन संजीव सिंह ने बताया है कि इससे पहले तक पेट्रोल पंप डीलर्स को प्रति लीटर के हिसाब से एक सीमित राशि दी जाती थी और यह सभी ऑपरेटर्स के लिए एक जैसी थी। उन्होंने यह भी कहा कि इस बात को ध्यान में रखकर कि पेट्रोल पंप राष्ट्रीय औसत 170 किलोलीटर प्रति माह ईंधन से कम की बिक्री कर रहे हैं। इससे उन्हें काफी दिक्कतें उठानी पड़ीं और फिर एक ग्रेडेड फार्मूला तय किया गया।
संजीव सिंह ने यह भी बताया कि यह फॉर्मूला इस बात को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है कि सभी पेट्रोल पंप के लिए कर्मचारियों के वेतन और बिजली आदि की लागत एक समान रहती है। फिर चाहे उनकी बिक्री कितनी भी हो क्यों न हुई हो।
उन्होंने यह भी कहा कि अब पेट्रोल और डीजल के डीलर्स के मार्जिन को रिवाइज कर दिया गया है। यह दर 9 से बढ़ाकर 43 फीसद और डीजल 11 फीसद से बढ़कर 59 फीसद कर दिया है। जो पेट्रोल पंप ‘A’ साइट या बड़े शहरों में हैं उन्हें पेट्रोल पर 85.67 पैसे प्रति लीटर और डीजल पर 78 पैसे प्रति लीटर मिलेगा। यह 25 किलो लीटर प्रति महीना की बिक्री पर दिया जाएगा। जिनकी बिक्री 170 किलो लीटर होगी उन्हें 57.05 पैसे प्रति लीटर पेट्रोल पर और 46.5 पैसे प्रति लीटर डीजल पर कमीशन मिलेगा।