ट्राई के चेयरमैन आर एस शर्मा ने कहा है कि दूरसंचार ग्राहक जल्द ही विभिन्न कंपनियों की शुल्क योजना की जानकारी नियामक की वेबसाइट के जरिए ले सकेंगे. इससे दरों के मामले में पारदर्शिता आएगी. भारतीय दूरसंचार नियामक एवं प्राधिकरण ट्राई ऐप और उत्पादों के जरिए आंकड़ों के विश्लेषण और उसके उपयोग की भी अनुमति देने पर विचार कर रहा है, जिससे ग्राहक बीमा या एयरलाइन ऐप की तरह दरों के बारे में एक जगह जानकारी प्राप्त कर सकें.
नियामक ने हाल ही में सभी परिचालकों से इलेक्ट्रॉनिक के साथ-साथ भौतिक रूप से अपने शुल्क की जानकारी देने को कहा है. इसका मकसद भौतिक रूप से फाइल किए जाने की व्यवस्था को चरणबद्ध तरीके से समाप्त करना है. कुछ अनुमानों के अनुसारदूरसंचार कंपनियों द्वारा सालाना करीब 24,000 दरों की जानकारी दी जाती है. इसमें सभी परिचालकों के लिये विभिन्न सर्किल के लिए शुल्क योजना के साथ-साथ विशेष शुल्क वाउचर शामिल हैं.
शर्मा ने पीटीआई भाषा से कहा, ट्राई की वेबसाइट पर न केवल पारदर्शी शुल्क दिखेगा बल्कि हम संभवत: मशीन द्वारा पढ़े जाने योग्य आंकड़ा उपलब्ध कराएंगे जिसका निर्यात किया दूसरों को भी दिया जा सकता है ताकि लोग इस पर ऐप्लीकेशन बना सकें. एपीआई यह कोड है जो दो साफ्टवेयर प्रोग्राम को बात करने में सक्षम बनाता है, हम इसे उपलब्ध कराएंगे.
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