मध्यप्रदेश के नगर निकाय चुनाव के बुधवार को नतीजे आए, बीजेपी ने 43 सीटों में से 26 सीटे जीतीं, तो कांग्रेस ने 14 सीटे जीतीं, जबकि वहीं 3 सीटे निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीतीं ।मध्य प्रदेश निकाय चुनाव में BJP की हुई शानदार जीत, कांग्रेस ने एक बार फिर किया हार का सामना…
दरअसल आपको बता दें कि अभी कुछ ही महीने पहले राज्य में किसान आंदोलन हुआ था, और इसी दौरान पुलिस की कार्रवाई में 5 किसानों की मौत भी हुई थी, जिसे लेकर शिवराज सरकारी की कड़ी आलोचना हो रही थी और आंदोलन को शांत करवाने के लिए शिवराज ने उपवास भी रखा था । इसी के मद्दनेजर यह कयास लगाए जा रहे थे कि निकाय चुनावों में बीजेपी को मुंह की खानी पड़ सकती है, फिर भी बीजेपी ने अपनी बादशाहत कायम रखते हुए 43 सीटों में से 26 पर अपना कब्जा बरकरार रखा ।चुनावों की गिनती के दौरान भी एक इंटरव्यू में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा था कि बीजेपी 26 सीटे जीतेगी । किसान आंदोलन से जुड़े सवाल पर शिवराज सिंह ने कहा था कि आंदोलन से कुछ प्रभाव पड़ सकता है, लेकिन तब भी वे 26 सीटे जीतेंगे । शिवराज सिंह ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि आंदोलन कांग्रेस द्वारा किया गया था और जिसमें ज्यादातर कांग्रेस के ही कार्यकर्ता थे । बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान ने कहा कि यह कांग्रेस मुक्त मध्यप्रदेश की दिशा में एक अहम कदम है। उन्होंने कहा कि पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता कमलनाथ को उनके क्षेत्र में सीमित कर दिया गया है।इस बीच कांग्रेस के मुख्य प्रदेश प्रवक्ता केके मिश्रा का दावा है कि जिन तीन स्थानों पर निर्दलीय प्रत्याशी विजयी हुए हैं, उनमें से दो पर विजयी प्रत्याशी कांग्रेस से ही जुडे हैं। उन्होंने कहा कि यह नतीजे कांग्रेस के पक्ष में है और इससे निश्चित तौर पर पार्टी कार्यकर्ताओं में ऊर्जा का संचार हुआ है। वहीं, भाजपा नेता अपनी जीत का दावा कर रहे हैं, उन्होंने कहा कि शाहडोल और दिनदोरी में बीजेपी जबकि झाबुआ, अलीराजपुर और माध्ला में कांग्रेस की जीत हुई है ।