ग्रहदशा सुधारने के लिए अपनाएं कलर थैरेपी फार्मूला । ज्योतिष के अनुसार, किसी मनुष्य की राशियों को देखकर उसके जीवन में चल रहें घटित कामों के बारे में जानकारियां प्राप्त की जा सकती है। जानकारो के अनुसार, कुंडली बनाते समय जन्म के विवरण के आधार पर ग्रह व राशि भाव का संयोजन किया जाता है।
जन्म लग्न बनाने के उपरांत पंचांग के जरिए ग्रहों को राशियों सहित भावों में स्थापित किया जाता है। प्रत्येक राशि व ग्रह हमारे जीवन में किन-किन विषयों को निर्देशित करते हैं। इसके बारे में भी बताया गया है।
कुंडली के अंदर स्वभाव, धन, शिक्षा, स्वास्थ्य, व्यवसाय, भाग्य उदय, भूमि-भवन, वाहन सुख इत्यादि को किस प्रकार से देखा जाता है, इसके बारे में प्रायोगिक ज्ञान प्रदान किया गया। कुंडली में मौजूद खराब ग्रहों को किस प्रकार से शांत किया जा सकता है और अच्छे ग्रहों को किस प्रकार से मजबूत करना है।
ज्योतिष विद्या के मुताबिक ग्रहों को मजबूत करने के लिए कलर थैरेपी कारगर फार्मूला है। कुंडली में देखकर शिक्षा संबंधित जटिलताओं को किस प्रकार से दूर करना है, इसके बारे में उन्हें जानकारी मुहैया करवाई गई।