उत्तर कोरिया ने 21 अगस्त से अमेरिका और दक्षिण कोरिया के बीच शुरू हो रहे सैन्य युद्धाभ्यास पर तीखी टिप्पणी की है। उत्तर कोरिया के सरकारी मीडिया में छपी खबर कहती है, “आक्रामक युद्धाभ्यास को ड्रिल और बचाव का नाम देकर अमेरिका एक बार फिर युद्ध भड़काने पर विचार कर रहा है।”निकोले रिश्तोविच को भारत में नया राजदूत किया नियुक्त…
क्या निकलेगा इसका परिणाम ?
ये खबर आगे कहती है, “कुछ दिनों पहले अमेरिका के प्रमुख अधिकारी झांसा दे रहे थे कि अगर युद्ध होता है तो पूरे कोरियाई प्रायद्वीप पर होगा और अगर हजारों लोग मरेंगे तो ये जगह भी प्रायद्वीप ही होगी। ऐसे में इन्होंने परमाणु युद्ध करने के अपने इरादे साफ कर दिए हैं। ऐसे बयानों के बाद होने जा रहा संयुक्त युद्धाभ्यास साफ बताता है कि इसका क्या परिणाम निकलेगा।”
अमेरिका और दक्षिण कोरिया आगामी 21 से 31 अगस्त के बीच कंप्यूटर-सॉफ्टवेयर आधारित ड्रिल शुरू करने जा रहे हैं। इस दौरान सैनिकों को फील्ड पर जाकर किसी तरह की ट्रेनिंग नहीं करनी होगी।
दक्षिण कोरिया की न्यूज़ एजेंसी योनहैप में छपी खबर के मुताबिक दक्षिण कोरियाई रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि इस साल की ड्रिल में पिछले साल के मुक़ाबले अमेरिकी सैनिकों की संख्या कम रहेगी। इस खबर में उत्तर कोरिया के हवाले से कहा गया है कि अमेरिका इस संयुक्त युद्धाभ्यास से कोरियाई प्रायद्वीप को तबाही की ओर ले जा रहा है।
उत्तर कोरिया का प्रोपेगैंडा पोस्टर
इतना ही नहीं, उत्तर कोरिया की न्यूज एजेंसी केसीएनए ने अमेरिका के खिलाफ प्रोपोगेंडा पोस्टर भी जारी किए हैं। एक पोस्टर का दावा है कि अब हमारी मिसाइल की रेंज में पूरा अमेरिका है। ये पोस्टर बीते 17 अगस्त को जारी किए गए हैं।
कुछ पोस्टरों में उत्तर कोरियाई मिसाइलें अमेरिकी ठिकानों पर हमला करती भी प्रतीत हो रही हैं। इन सबसे उत्तर कोरिया में अमेरिका के खिलाफ आक्रोश का माहौल भी बनता दिख रहा है।