लखनऊ निज संवाददाता / जानकीपुरम में सेवा अस्पताल के करीब नवरात्र के मेले में झूलाने के विवाद में दुकानदार सियाराम की रॉड से पीटकर हत्या कर दी गई। मंगलवार दोपहर उसे गम्भीर हालत में ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया था। वहां चंद मिनटों में सियाराम ने दम तोड़ दिया। इस मामले में परिजनों ने एक अन्य झूला लगाने वाले पिता-पुत्र को नामजद कराया है। एसओ जानकीपुरम गोपाल सिंह यादव ने बताया कि आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। मूलत: सीतापुर में तड़वा गांव निवासी सियाराम (50) यहां जानकीपुरम के नउवाखेड़ा गांव में बेटे दिनेश और पत्नी बिट्टो के साथ रह रहा था। वह मेले में झूला लगाने का काम करता था। दिनेश ने बताया कि नवरात्र पर सेवा अस्पताल के करीब दुर्गा मंदिर के पास मेला लगा है। वहीं पर पिता सियाराम ने झूला लगाया हुआ है।
झूले के सामने जबरन लगाया दूसरा झूला मंगलवार दोपहर दिनेश अपने माता-पिता के लिए खाना लेने घर गया था। इसी बीच जानकीपुरम में जरनलपुर तकिया निवासी मजीद और उसके बेटे रिजवान ने सियाराम के झूले के सामने जबरन अपना झूला लगा दिया। इसका बिट्टो ने विरोध किया तो दोनों पक्षों के बीच गाली-गलौज और धक्का-मुक्की शुरू हो गई। ताबड़तोड़ वार से वहीं गिर गया सियाराम बात बढ़ने पर रिजवान ने लोहे की रॉड निकाल कर पिता मजीद को दे दी। मजीद ने सियाराम के सिर और पीठ पर रॉड से कई वार कर दिए। खून से लथपथ मौके पर ही गिर गया। बिट्टो ने मदद के लिए शोर मचाया तो आरोपी पिता-पुत्र ने उसे भी पीटा। लोगों ने मौके पर आरोपियों को दबोचा सियाराम की हालत देख मौके पर मौजूद अन्य दुकानदार दौड़ पड़े। उन्होंने मौके पर ही मजीद और उसके पुत्र रिजवान को दबोच लिया और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने दोनों हत्यारोपियों को हिरासत में लिया है। एसओ का कहना है कि आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। सियाराम के परिजनों की तहरीर पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। आगे की कार्रवाई पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर होगी।
मेले में नहीं है सुरक्षा व्यवस्था नवरात्र, दशहरा और मोहर्रम को लेकर अधिकारी सतर्क हैं। लगातार मातहतों को अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था का पाठ पढ़ाया जा रहा है। इसके बावजूद जानकीपुरम ने मेले की सुरक्षा में लापरवाही बरती। दुकानदारों का आरोप है कि इलाके के दरोगा और सिपाही देर शाम वसूली करके चले जाते हैं। सियाराम की मौत के बाद दुकानदारों ने खासा रोष है।