मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आज काशी आगमन के मद्देनजर कमिश्नर, डीएम समेत जिले के अधिकारी शुक्रवार को पूरे दिन तैयारियां करते रहे। डीएम ने दिन में रायफल क्लब में मीटिंग की तो वहीं कमिश्नर नितिन रमेश गोकर्ण ने शाम को कमिश्नरी सभागार में सभी विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक की। सभी को अपने-अपने विभागों से संबंधित प्रोग्रेस रिपोर्ट तैयार करने को कहा गया है।अभी-अभी: सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लिया बड़ा फैसला, बदले जाएंगे एक तिहाई से ज्यादा अध्यक्ष…..
डीएम योगेश्वर राम मिश्रा, एसएसपी आरके भारद्वाज ने दोपहर में करसड़ा कूड़ा प्लांट का निरीक्षण किया। माना जा रहा है कि सीएम करसड़ा जा सकते हैं।
सीएम दो दिवसीय दौरे के दौरान बड़ालालपुर में वस्त्र मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा 305 करोड़ की लागत से से बन रहे निर्माणाधीन व्यापार सुविधा केंद्र एवं हस्तकला संग्रहालय का भी निरीक्षण करेंगे।
शुक्रवार को विधि, न्याय, सूचना, खेल एवं युवा कल्याण राज्य मंत्री डा. नीलकंठ तिवारी एवं कमिश्नर नितिन रमेश गोकर्ण ने व्यपार सुविधा केंद्र का निरीक्षण कर जायजा लिया।
व्यापार सुविधा केंद्र एवं हस्तकला संग्रहालय का निर्माण कार्य 27 नवबर, 2015 से शुरू किया गया है और सितंबर 2017 तक पूरा कराया जाना है।
निर्माण कार्य पूरा हो चुका है और फीनिशिंग कार्य अतिंम चरण में है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 दिसंबर, 2016 को व्यापार सुविधा केंद्र के अन्तर्गत स्थापित म्यूजियम, क्राफ्ट बाजार एवं प्रवेश प्लाजा का उद्घाटन किया था।
व्यापार सुविधा केंद्र के अन्तर्गत बेसमेंट, ग्राउंड फ्लोर सहित तीन अतिरिक्त फ्लोर बनाए गए हैं। डा. नीलकंठ तिवारी ने बड़ालालपुर स्पोटर्स स्टेडियम का भी निरीक्षण किया।
इस दौरान स्टेडियम में गंदगी देख नाराजगी जताते हुए समुचित सफाई का निर्देश दिया।
जलकल, जल निगम और पीडब्ल्यूडी होंगे रडार पर
अफसरों को इसका इल्म है। कमिश्नर नितिन रमेश गोकर्ण और डीएम योगेश्वर राम मिश्र ने सभी विभागों को अपनी-अपनी प्रोग्रेस रिपोर्ट तैयार करने को कहा है। विभागों ने इस पर होमवर्क भी कर लिया है।
माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री जलकल, जल निगम और लोक निर्माण विभाग की खास तौर से समीक्षा करेंगे। इन विभागों की तमाम शिकायतें उन तक पहुंच चुकी हैं।
कहा जा रहा है कि जनप्रतिनिधियों ने भी इन विभागों पर सवाल उठाए हैं और इसलिए इन विभागों के लापरवाही अधिकारियों पर मुख्यमंत्री की भृकुटि टेढ़ी हो सकती है।
सबको पता है कि शहर की सड़कें खस्ताहाल हैं। पांडेयपुर से बीएचयू तक सभी सड़कें टूटी हुई हैं। सीएम ने 15 जून तक सड़कों को गड्ढा मुक्त करने का निर्देश दिया था। शहर में इसका असर नहीं दिखा।
ओवरहेड टैंक से पानी की सप्लाई न होने पर जल निगम शुरू से ही सीएम के निशाने पर रहा है। यही नहीं, जिला प्रशासन ने 60 से ज्यादा भू-माफिया की सूची जारी की है।
इनके खिलाफ गैंगस्टर लगाने की कार्रवाई की बात कही गई लेकिन एक भी भू-माफिया के खिलाफ प्रशासन और पुलिस ने कार्रवाई नहीं की है। बीते दिनों आए प्रमुख सचिव राजस्व रजनीश दूबे इसके लिए अफ सरों को लताड़ चुके हैं।
स्वच्छता मिशन पर भी सीएम का फोकस होगा। बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री पूरे जोन की कानून व्यवस्था की भी समीक्षा भी करेंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दौरे को लेकर नगर निगम प्रशासन ने दिनभर शहर में सफाई अभियान चलाया। इस दौरान पुलों से लेकर डिवाइडरों के किनारे महीनों से जमी धूल साफ की गई। कई इलाकों में महीनों बाद झाड़ू लगाई गई। लहरतारा रेलवे ओवर ब्रिज, पांडेयपुर फ्लाईओवर पर भी झाड़ू लगी। वहीं लहरतारा, गोदौलिया पर भी सफाई की गई।
मंडलीय और जिला अस्पताल में देर शाम तक तैयारियां होती रहीं। दोनों ही अस्पतालों में चिकित्साधिकारियों का दौरा होता रहा। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. वीबी सिंह, एडी डॉ. बीएन सिंह और मंडलीय अस्पताल के सीएमएस डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने अस्पताल का दौरा किया और साफ सफाई के निर्देश दिए।
शौचालय से लेकर वार्ड तक में साफ-सफाई कर अस्पताल को पूरी तरह से चमका दिया गया। दवा के स्टॉक मेनटेन करने के लिए कहा गया है। यही नहीं दोनों ही अस्पताल के डॉक्टरों को सख्त हिदायत दी गई है कि वो बाहर की दवाएं हरगिज न लिखें। उन्होंने मरीजों से भी बातचीत की और चिकित्सा सुविधा का जायजा लिया।
यूनिफॉर्म, किताबों का जुटाया जाता रहा ब्योरा
मुख्यमंत्री आगमन के मद्देनजर बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में भी शुक्रवार को तैयारियां होती रहीं। सभी अधिकारी व जिला समन्वयक अपने अपने स्तर से तैयारी में जुटे रहे। यूनिफॉर्म से लेकर किताबों का ब्यूरो जुटाया जाता रहा।
चर्चा है कि सीएम बेसिक शिक्षा विभाग के कार्यों की भी समीक्षा करेंगे। अब तक 50 फीसदी बच्चों को ही किताबें मिल पाई हैं। वहीं यूनिफॉर्म भी अभी सभी बच्चों को नहीं मिल पाई है। शासन की ओर से इस बार जूता-मोजा बांटने की भी योजना थी जो कि अब तक शुरू नहीं हो पाई है। यही नहीं स्कूल बैग का भी वितरण अब तक शुरू नहीं हो पाया है।