मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना में विभागीय लापरवाही के चलते डेढ़ लाख से अधिक परिवारों के कार्ड ब्लाक हो गए। इससे पात्र होने के बावजूद अभ्यर्थियों को कल्याणकारी योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है। योजना के नोडल अधिकारी डा. अमलेश ने कहा कि योजना के तहत कार्ड बनाना सतत चलने वाली प्रक्रिया है। जल्द ही योजना के लिए नये सिरे से सर्वे किया जाएगा। अफसरों को नंगा कर, लंका की तरह ऑफिस में आग लगा दूंगा- भाजपा सांसद
मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत कई अपात्र लोगों के कार्ड बना दिए गए थे। यहां तक की पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमेश पोखरियाल निशंक एवं कुछ मोटा वेतन लेने वाले सरकारी डाक्टरों के भी कार्ड बना दिए गए थे। वही कार्ड को लेकर आशाओं द्वारा प्रदेश भर में किए गए सर्वे एवं सीधे आवेदन जमा करने के दौरान भी नाम, पता गलत होने एवं टाइपिंग की गलती के मामले सामने आए थे।
जिसके बाद डेढ़ लाख से अधिक अभ्यर्थियों के कार्ड ब्लाक कर दिए गए। विभागीय सूत्रों का कहना है कि इसमें जो लोग पात्र थे उनके भी कार्ड ब्लाक कर दिए गए। विभाग की इस लापरवाही से अब पात्र अभ्यर्थियों को नकद रहित चिकित्सा का लाभ नहीं मिल पा रहा है।
मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना के नोडल अधिकारी डा. अमलेश ने बताया कि यह सतत चलने वाली प्रक्रिया है, पूर्व में पात्र अभ्यर्थियों का सर्वे कराया गया था, एक बार फिर इसका सर्वे कराया जाएगा। किसी भी पात्र अभ्यर्थी को योजना से वंचित नहीं किया जाएगा।