बिहार: बिहार के बाढ़ के हालात का आज पीएम नरेन्द्र मोदी ने हवाई निरीक्षण किया। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार सरकार को बाढ़ से बचाव के लिए तत्कालीन राहत के रूप में 500 करोड़ की राशि दी। उन्होंने हरसंभव मदद का भरोसा भी दिया। मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और उच्चाधिकारियों के साथ बाढ़ से हुए नुकसान की जानकारी लेने के बाद दिल्ली रवाना होने से पहले उन्होंने कहा कि क्षति के पूरे आकलन के बाद यह राशि और बढ़ाई जाएगी।
प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्री से कहा कि आप बाढ़ से विस्थापितों के पुनर्वास की तत्काल व्यवस्था करें। पीएम ने यह भी कहा कि अधिकारियों को निर्देश दें ताकि एक हफ्ते के अंदर अधिकारी पीडि़त परिवारों की सूची ईमानदारी से बनाएं। साथ ही जो संचार सेवाएं, सड़कए पुल-पुलिया टूटी है उसे तत्काल दुरुस्त करवाएं।
इसके लिए केंद्र सरकार बिहार के साथ है और जो भी मदद की जरूरत होगी वह भेजी जाएगी। पूर्णिया से विधान पार्षद दिलीप जयसवाल ने हवाई अड्डे से बाहर निकलकर बताया कि कि सीमांचल में बाढ़ से इस साल 800 करोड़ की क्षति का प्रारंभिक आकलन किया गया है। इस पर प्रधानमंत्री ने कहा कि जितनी राशि की जरूरत पड़ेगी वह केंद्र सरकार देगी।
इससे पहले शनिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बाढ़ की विभीषिका से तबाह सीमांचल क्षेत्र का हवाई सर्वेक्षण किया। सर्वेक्षण के बाद चूनापुर हवाई अड्डे पर ही प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी और उच्चाधिकारियों के साथ बैठक की।
बैठक में मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को बाढ़ से हुई आपदा की पूरी जानकारी दी और नुकसान का मेमोरेंडम दिया। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली रवाना हो गए। प्रधान मंत्री राहत कोष से प्रत्येक मृतक के परिवार को 2 लाख रुपए एवं गंभीर रूप से घायल व्यक्ति को 50 हजार रुपए की दर से सहायता दी जाएगी।