गुरमीत राम रहीम के बाद अब सतलोक आश्रम के ‘देशद्रोही’ रामपाल के गुनाहों का हिसाब होगा। आज दो केसों में उस पर फैसला आना है, जिसे लेकर सरकार पूरी तरह अलर्ट है। हिसार में ज्यूडीशियल मजिस्ट्रेट मुकेश कुमार की अदालत दो मामलों मुकदमा नंबर 426 और मुकदमा नंबर 427 में फैसला सुनाएगी। एक सरकारी ड्यूटी में बाधा पहुंचाने का और रास्ता रोककर बंधक बनाने का मुकदमा।Big News: पीएम मोदी अपने जन्मदिन पर यहां से करेंगे चुनाव प्रचार की शुरूआत!
इस केसों में अदालत 24 अगस्त को फैसला सुनाने वाली थी, लेकिन पुलिस ने एक अर्जी लगाकर डेरामुखी प्रकरण का हवाला देकर इसे टालने की गुहार की थी। वही रामपाल पर फैसले के चलते हिसार में धारा 144 लगी है। जगह जगह पर नके लगे हैं।
1000 पुलिसकर्मियों के अलावा हरियाणा आर्म्ड पुलिस की एक कंपनी और पैरा मिलिट्री फोर्स की तीन कंपनी के जवान तैनात किए गए हैं। रोडवेज, रेलवे की सेवाएं बंद रहेंगी। मोबाइल इंटरनेट भी एहतियात के तौर पर बंद रहेगा।
डेरामुखी के फैसले के बाद रामपाल के मुकदमों पर लोगों की पैनी नजर है। बता दें कि रामपाल की हर पेशी पर उसके काफी समर्थक यहां आते रहे हैं। वे पेशी के दौरान सेंट्रल जेल वन के गेट के पास आने का प्रयास करते हैं, लेकिन वहां तैनात जवान उनको गेट के पास और टाउन पार्क के अंदर नहीं टिकने देते।
रामपाल के समर्थक पेशी पर जेल के आसपास इधर-उधर आते-जाते रहते हैं। पुलिस प्रशासन को पेशी से पहले वाले दिन रेलवे स्टेशन, बस अड्डा, जेल के गेट और टाउन पार्क के पास जवान तैनात करने पड़ते हैं। समर्थक मुकदमे की तारीख लगने के बाद ही शहर से रवाना होते हैं।
यहां रहेंगे स्पेशल नाके
– लघु सचिवालय, कोर्ट परिसर के चारों ओर
– रेलवे स्टेशन के दोनों ओर
– टाउन पार्क और नवदीप कॉलोनी में
पिछले 33 महीने से जेल में रामपाल
नवंबर 2014 में रामपाल को सतलोक आश्रम से गिरफ्तार किया गया था। पिछले करीब 33 महीने से रामपाल हिसार जेल में बंद है। हिसार सेंट्रल जेल टू में रामपाल को अलग बैरक में रखा गया है। उनकी अधिकतर पेशी विडियो कांफ्रेंसिंग से होती हैं। रामपाल की हर पेशी पर भारी संख्या में समर्थक उमड़ते हैं।
नहीं आ सकेंगे रामपाल समर्थक
रामपाल के अधिकतर समर्थक उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, बिहार, राजस्थान सहित दूर दराज के प्रदेशों से आते हैं। फिलहाल रोडवेज, रेल की सभी सेवाएं बंद हैं। इसके अलावा निजी वाहनों की भी लगातार जांच हो रही है। ऐसे में रामपाल समर्थक शहर तक नहीं आ सकेंगे।