ओस्लो। नोबेल शांति पुरस्कार का ऐलान कर दिया गया है। इस साल यह सम्मान कोलंबिया के राष्ट्रपति जुआन मैनुएल सैंटोस को दिया जाएगा। सैंटोस ने अपने देश में 50 साल से जारी गृह युद्ध को समाप्त करने में अहम भूमिका निभाई है। बीते दिनों फार्क विद्रोहियों के साथ यह ऐतिहासिक समझौता हुआ था, हालांकि वहां की जनता ने जनमत संग्रह में इसे नकार दिया है।
कोलंबिया के गृह युद्ध में करीब ढाई लाख नागरिकों की मौत हो गई थी और करीब 60 लाख लोगों को बेघर होना पड़ा है। नॉर्वे की राजधानी ओस्लो में पुरस्कार की घोषणा की गई। पुरस्कार 10 दिसंबर को दिए जाएंगे।
इस बार थे रिकॉर्ड दावेदार
इस साल शांति के नोबेल पुरस्कार के लिए रिकॉर्ड 376 उम्मीदवार थे। इनमें से 228 व्यक्ति थे तो वहीं 148 संगठन। पुरस्कार का ऐलान होने से ठीक पहले तक पोप फ्रांसिस और सीरिया में काम कर रहे व्हाइट हेलमेट क्लियर दौड़ में सबसे आगे थे।
इनके अलावा भारत के श्रीश्री रविशंकर, अमेरिकी राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रम्प, रूसी मानवाधिकार कार्यकर्ता स्वेतलाना गनुश्किना और दिल्ली में 2013 में एशियन साइकिलिंग चैंपियनशिप में हिस्सा लेने वाली अफगानिस्तान की महिला साइकिलिंग टीम भी शामिल थी।