आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार के लिए मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही है. मंगलवार को दिनभर जहां लालू के छोटे बेटे और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और उनकी मां राबड़ी देवी आयकर विभाग के दफ्तर में आयकर अधिकारियों के सवालों का जवाब देते रहे. दोनों ने बेनामी संपत्ति के मामले में अपना बयान आयकर विभाग के सामने दर्ज कराया वहीं शाम होते-होते यह भी खबर आ गई कि लालू के दोनों बेटों से उनका सरकारी बंगला छीन लिया गया है.गोरखपुर हादसा: नहीं खत्म हो रहा है मौत का सिलसिला, BRD अस्पताल में तीन दिन में 61 बच्चों ने तोड़ा दम
2015 में महागठबंधन की सरकार बनने के बाद लालू के दोनों बेटों को देशरत्न मार्ग पर दो आलीशान बंगले आवंटित किए गए थे. तब के डिप्टी सीएम तेजस्वी को 5 देशरत्न मार्ग आवंटित किया गया था वहीं स्वास्थ्य मंत्री के तौर पर काम कर रहे लालू के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव को 3 देशरत्न मार्ग दिया गया था. पिछले महीने के राजनीतिक घटनाक्रम के बाद अब लालू के दोनों बेटों को अपना सरकारी बंगला तुरंत खाली करना पड़ेगा क्योंकि यह दोनों बंगले अब भाजपा कोटे के मंत्रियों को आवंटित कर दिए गए हैं.
बिहार पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव का बंगला अब बिहार के नए उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी को आवंटित किया गया है वहीं दूसरी तरफ तेजप्रताप का बंगला बिहार विधान परिषद के सभापति के लिए आवंटित किया गया है. साथ ही अब तेजस्वी यादव को नेता प्रतिपक्ष के तौर पर 1 पोलो रोड आवास आवंटित किया गया है जिसमें अब तक सुशील मोदी रहा करते थे. इस बाबत बिहार सरकार के भवन निर्माण विभाग ने मंगलवार को एक आदेश जारी किया जिसमें आरजेडी कोटे के सभी मंत्रियों के बंगलों को बीजेपी के मंत्रियों को आवंटित करने का ब्यौरा दिया है.