लखनऊ: पढऩे-लिखने वाले करीब 300 छात्रों को नौकरी दिलाने का सबज बाग दिखाकर जासलाजों ने लाखों की ठगी का अंजाम दिया। जालसाजों ने नौकरी दिलाने के नाम पर एक कम्पनी खोली। छात्रों का इंटरव्यू लिया और सभी से हजारों रुपये वसूले। इसके बाद आफर लेटर थमा देने के बाद कम्पनी ताला लगाकर फरार हो गयी। 28 अगस्त को जब सभी युवक नौकरी के लिए अपना-अपना ज्वाइनिंग लेटर लेने कम्पनी के दफ्तर पहुंचे तो पता चला कि कम्पनी ताला लगाकर भाग चुकी है। इसके बाद इस मामले में कम्पनी के खिलाफ गाजीपुर थाने में रिपोर्ट दर्ज करायी है।
गोण्डा जनपद निवासी मोहम्मद इब्राहिम ने बताया कि कुछ समय पहले उन्होंने सड़कों पर एक पोस्टर लगा हुआ देखा था। पोस्टर पर पढऩे वाले छात्रों के लिए नौकरी का विज्ञापन छपा था। इसके बाद उसने पोस्टर पर दिये गये नम्बर पर कॉल किया। कॉल इन्दिरानगर के सेक्टर 14 स्थित कैरियर ग्रोथ कम्पनी के दफ्तर मेंं लगी। उसने कम्पनी के लोगों से बातचीत की तो उन लोगों ने मोहम्मद इब्राहिम को कम्पनी के दफ्तर बुलाया।
9 अगस्त को इब्राहिम कम्पनी के दफ्तर पहुंचा। वहां पर कम्पनी के लोगों ने उसको इंटरव्यू लिया। इसके बाद उन लोगों ने इब्राहिम को कोका कोला कम्पनी में 12 हजार रुपये प्रति माह की नौकरी दिलाने की बात कही और रजिस्ट्रेशन के नाम पर 1550 रुपये जाम करा लिये। इब्राहिम ने बताया कि उसी दिन कम्पनी ने उसको आफर लेटर भी दे दिया।
इसके बाद कम्पनी के लोगों ने इब्राहिम को 28 अगस्त को ज्वाइनिंग लेटर लेने के लिए बुलाया। इब्राहिम का कहना है कि जब वह 28 अगस्त को कम्पनी के दफ्तर पहुंचा तो वहां का मंजर देख सन्न रह गया। कम्पनी के बाहर दर्जनों युवक पहले से खड़े थे और कमपनी ताला लगाकर भाग चुकी थी। इसके बाद वहां मौजूद युवकों ने जब मकान मालिक से कम्पनी के अधिकारियों के बारे में पूछताछ की तो मकान मालिक ने किसी तरह की कोई जानकारी होने से इंकार कर दिया। इसके बाद ठगी का शिकार सभी युवक गाजीपुर थाने में और इस संबंध में एफआईआर दर्ज करायी है।
इन लोगों के खिलाफ दर्ज हुई रिपोर्ट
ठगी के मामले में बाराबंकी निवासी अभिषेक मिश्र ने कम्पनी के अधिकारी राहुल, रोहित, प्रियंका, सैफी और मकान मालिक राजेश मिश्र के खिलाफ आईपीसी की धारा 406 और 420 के तहत रिपोर्ट दर्ज करायी है।
यह लोग हुए ठगी का शिकार
बाराबंकी निवासी अभिषेक मिश्र, गोण्डा निवासी मोहम्मद इब्राहिम, विजय शर्मा, रोहित कुमार, अक्षय तिवारी, सहदेव कुमार, कृष्ण कुमार मिश्र, विवेक कुमार, प्रेम सिंह, मुकेश कुमार गौतम, पवन रस्तोगी, अनिल कुमार, सुमित पाण्डेय, विकास कुमार यादव, सचिन शर्मा, संदीप सिंह और धर्मेन्द्र ने अब तक इस मामले में पुलिस से लिखित शिकायत की है। ठगी का शिकार हुए अधिकतर युवक गैर जनपद के रहने वाले हैं और लखनऊ में किराये के मकान में रहकर पढ़ाई कर रहे हैं।