बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा है कि नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली सरकार ने हमेशा ही विकास के अजेंडे को प्राथमिकता देते हुए इसे राजनीति से अलग रखने की कोशिश की है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार चाहती तो लोकलुभावन फैसले लेती, लेकिन उसने देशहित में फैसले लिए हैं। देश को आगे बढ़ाने के साथ ही जनता को भी राहत देने का प्रयास किया है।
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फिक्की की एक बैठक को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि नोटबंदी के मामले में भी मोदी सरकार ने जनहित में ही फैसला लिया। नोटबंदी का समर्थन करते हुए उन्होंने कहा कि इससे कालेधन के सृजन पर तो रोक लगेगी ही, साथ ही देश में अर्थव्यवस्था का आकार भी बढ़ेगा। नोटबंदी से साफ है
कि मोदी सरकार ने यह साबित किया है कि वह ऐसे फैसले लेने से नहीं बचेगी, जिनसे भले ही कुछ वक्त तक लोगों में नाखुशी हो, लेकिन बाद में देश के हित में नतीजे आने की उम्मीद हो।
बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि सरकार की कोशिशों से अर्थव्यवस्था को कितना फायदा हुआ है, उसका छोटा सा उदाहरण यही है कि महज तीन साल में ही इनकम टैक्स देने वालों की संख्या लगभग डबल हो गई है। पहले यह 3.7 करोड़ थी, जो अब 6.3 करोड़ तक पहुंच गई है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने लोगों की सोच में बदलाव लाने में कामयाबी हासिल की है और इसके साथ ही सरकार ने ब्रांड इंडिया को भी पहचान देने में कामयाबी हासिल की है।
शाह ने कहा कि सरकार देश को 125 करोड़ का मार्केट बनाने का प्रयास कर रही है। यह अपने आप में बड़ी ताकत है। इस टारगेट को हम मेक इन इंडिया के जरिए हासिल कर सकते हैं। अब यह भारतीय उद्योगों पर निर्भर करता है कि वे इस स्थिति का फायदा उठाएं और अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने में सहायता करें।