नीतीश कुमार के लिए आज का दिन अहम होने वाला है। लंबित आपराधिक मामले की जानकारी चुनावी हलफनामे में न देने पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की MLC की सदस्ययता रद्द करने संबंधित याचिका पर सुप्रीम कोर्ट आज सुनवाई करेगा।अभी-अभी: इस मशहूर एक्ट्रेस का हार्ट अटैक से हुआ निधन, चारो तरफ मचा हड़कंप….
वकील एमएल शर्मा द्वारा दायर इस याचिका में कहा गया है कि, नीतीश ने सालों तक चुनावी हलफनामे में यह जानकारी नहीं दी थी कि, उनके खिलाफ आपराधिक मामला लंबित है। याचिका में कहा गया कि नीतीश कुमार एक स्थानीय कांग्रेसी नेता सीताराम सिंह की हत्या और चार अन्य लोगों को घायल करने के मामले में आरोपी हैं।
वर्ष 1991 में बाढ़ लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव से पहले की यह घटना है। याचिका में कहा गया कि, चुनाव आयोग के वर्ष 2002 के आदेश के अनुसार सभी उम्मीदवारों के लिए नामांकन के वक्त हलफनामे में उनके खिलाफ दर्ज आपराधिक मामलों का जिक्र करना जरूरी है।
लेकिन, नीतीश कुमार ने सालों तक अपने हलफनामे में उनके खिलाफ दर्ज मुकदमे का जिक्र ही नहीं किया। यह जरूर है कि वर्ष 2012 के हलफनामे में नीतीश कुमार ने इस आपराधिक मुकदमे की जानकारी दी थी। याचिका में कहा गया कि चूंकि सालों तक नीतीश कुमार ने इस जानकारी को छिपाए रखा, इसलिए उनकी विधान परिषद की सदस्यता रद्द होनी चाहिए।