गुरुग्राम के रेयान इंटरनेशनल स्कूल में मासूम प्रद्युम्न की हत्या के बाद हर तरफ से स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं. वहीं अब नार्थ एमसीडी की मेयर प्रीति अग्रवाल ने स्कूलों के लिए एडवाइज़री जारी करते हुए बच्चों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के निर्देश दिए हैं. मेयर के मुताबिक निगम स्कूलों में प्राइमरी कक्षाओं के बच्चे पढ़ते हैं जिनपर खतरा ज्यादा रहता है और इसी बात को ध्यान में रखते हुए एडवाइज़री जारी की गई है.सीएम योगी का बड़ा फैसला: प्रदेश के 46 मदरसों की अनुदान राशि रोकी, जानिए क्यों?
एमसीडी की ओर से जारी 28 मुख्य बिंदुओं वाली एडवाइज़री के मुताबिक अब निगम स्कूलों के स्टाफ को स्कूल शुरू होने से 15 मिनट पहले आना अनिवार्य होगा. यही नहीं, स्कूल खत्म होने के बाद जब सभी बच्चे चले जाएं उसके 15 मिनट बाद ही स्टाफ को जाने की इजाज़त होगी. इसके अलावा निर्देश दिए गए हैं कि स्कूलों में बच्चों को अकेला नहीं छोड़ा जाएगा. इसके साथ ही ऐसे कमरे जो इस्तेमाल में ना आ रहे हों उनमे ताला लगाना जरूरी होगा.
एडवाइज़री के मुख्य बिंदु:
– स्कूल में यदि खिड़की और उनकी जाली टूटी हुई है तो उसकी तुरन्त मरम्मत कराएं. इसके अलावा टूटी बाउंड्री वॉल को भी जल्द बनाने के निर्देश दिए गए हैं.
– माता-पिता की इजाज़त के बगैर बच्चा किसी और के साथ स्कूल से बाहर ना जाये.
– बच्चों और स्कूल के स्टाफ का टॉयलेट अलग-अलग हो.
– ड्यूटी खत्म होने बाद चौकीदार और स्टाफ स्कूल परिसर में ना आएं.
– स्कूल शुरू होते ही मुख्य द्वार पर ताला लगाया जाए जो सिर्फ प्रिंसिपल की इजाज़त से खुले.
– छात्र अकेले नहीं बल्कि 2 या 2 से ज्यादा के समूह में टॉयलेट जाएं.
– प्रिंसिपल स्कूल परिसर में लगातार घूमें और परिसर की सुरक्षा पर ध्यान दें.