17 सितंबर को विश्वकर्मा जयंती मनाई जाएगी। ऐसी मान्यता है कि सृष्टि के सबसे पहले इंजीनियर और वास्तुकार विश्वकर्मा जी थे जिसके चलते सभी तरह के पौराणिक संरचनाएं भगवान विश्वकर्मा ने किया था। विश्वकर्माजी के शिल्प में गजब की महारथ हासिल थी जिसके कारण इन्हें शिल्पकला का जनक भी माना जाता है। आइए जानते है भगवान विश्वकर्मा की कुछ रचनाएं।
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इस समस्त ब्रह्मांड की रचना भी विश्वकर्मा जी के हाथों से हुई है। ऋग्वेद के 10वे अध्याय के 121वे सूक्त में लिखा है कि विश्वकर्मा जी के द्वारा ही धरती, आकाश और जल की रचना की गई है।। विश्वकर्मा पुराण के अनुसार आदि नारायण ने सर्वप्रथम ब्रह्मा जी और फिर विश्वकर्मा जी की रचना की।