भारत व पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच पाकिस्तान को होने वाले भारतीय वस्तुओं के निर्यात पर असर दिखना शुरू हो गया है। भारत के टमाटर कारोबारियों ने स्वेच्छा से पाकिस्तान को टमाटर बेचने में कटौती कर दी है, वहीं पाकिस्तान ने भारत से लहसुन व अदरक की खरीदारी बंद कर दी है।
पंजाब के कारोबारियों के मुताबिक, पाकिस्तान अब चीन से लहसुन व अदरक की खरीदारी कर रहा है। अमृतसर स्थित फेडरेशन ऑफ ड्राई फ्रूट एंड किराना कमर्शियल एसोसिएशन के प्रधान, अनिल मेहरा के मुताबिक पाकिस्तान को लहसुन और अदरक का निर्यात बंद हो गया है। पाकिस्तान अब इस बात का प्रचार कर रहा है कि भारत का लहसुन व अदरक सेहत के लिए ठीक नहीं है।
पाकिस्तान ने लहसुन के 42 ट्रक भारत वापस भेज दिए हैं। ऐसे में भारतीय लहसुन निर्यातकों को नुकसान का भी सामना करना पड़ सकता है। पंजाब के कारोबारियों के मुताबिक, पाकिस्तान में लहसुन और अदरक के बाजार पर चीन का कब्जा होता जा रहा है। भारत से अदरक के रोजाना 15 से 20 और लहसुन के 20 से 25 ट्रकों का निर्यात पाकिस्तान किया जा रहा था, जो अब बिल्कुल ठप हो गया है।
भारत की तरफ से टमाटर के निर्यात में भी कमी आई है। उड़ी हमले से पहले पाकिस्तान भेजे जाने वाले टमाटर में एक तिहाई से अधिक की कमी आई है। तीन हफ्ते पहले वाघा-अटारी बॉर्डर से पाकिस्तान को रोजाना निर्यात होने वाले टमाटर के 180 से 200 ट्रक (4,000 टन) घटकर 60-70 (1,400 टन) रह गए हैं।
भारत में गुजरात से मुख्य रूप से पाकिस्तान को सब्जी व मिर्च का निर्यात किया जाता है। कारोबारियों के मुताबिक, रोजाना 11 से 12 करोड़ रुपये का टमाटर निर्यात 4 करोड़ रुपये का रह गया है। 3 हफ्ते में कोई 170 करोड़ रुपये के टमाटर निर्यात में कमी आई है। वर्ष 2015-16 के व्यापार आंकड़ों के मुताबिक, भारत और पाकिस्तान के बीच करीब 2.6 अरब डॉलर का कारोबार किया गया है। इनमें से भारत ने पाकिस्तान में 2.1 अरब डॉलर का निर्यात किया।