शिवसेना ने केंद्र सरकार को चुनौती दी है कि वह पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा के आर्थिक हालात के बारे में लिखे गए लेख को गलत साबित करके दिखाए। साथ ही तंज किया कि विचारों को व्यक्त करने के लिए भाजपा नेता को क्या सजा दी जाएगी।बड़ी खबर: वोटिंग लिस्ट से हटा पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का नाम
शिवसेना ने दावा किया कि भाजपा के कई नेता व्यवस्था के खिलाफ बोलने से डरते हैं। उन्हें डर है कि अगर उन्होंने ऐसा किया तो उन्हें ‘अज्ञात खतरों’ का सामना करना पड़ेगा।
पार्टी ने अपने मुखपत्र सामना के संपादकीय में लिखा, ‘कुछ लोग यह मान लेते हैं कि चुनाव जीतने और ईवीएम मशीनों से छेड़छाड़ करने से अथवा धन के इस्तेमाल मात्र से ही विकास हो जाएगा, लेकिन अर्थ व्यवस्था की हालत अब बेहद खराब है।’
संपादकीय में कहा गया, ‘जब मनमोहन सिंह और पी चिदंबरम जैसे विशेषज्ञों ने अर्थव्यवस्था की हालत का खुलासा करना चाहा तो उन्हें खारिज कर दिया दिया। अब भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कुछ खुलासे किए हैं। उन्हें अब बेईमान अथवा राष्ट्र विरोधी करार दिया जा सकता है।’